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जिले में 10 महीने में कोरोना से 73 जिंदगियां खोने और दिन-रात हजारों वैज्ञानिकों की मेहनत एवं रिसर्च पर सरकार के करोड़ों रुपए खर्च होने के बाद कोरोना का टीका हमें मिला है, लेकिन जिंदगी बचाने में कारगर इस टीके का मोल अब भी नहीं समझना दुखदायी है। जिले के चार केंद्रों पर 16, 18 व 19 जनवरी को हुए टीकाकरण में सूचना के बाद हेल्थ वर्करों के नहीं पहुंचने के कारण 38 डोज खराब हो चुकी हैं। जिले के चूरू, रतनगढ़, सुजानगढ़ व राजगढ़ के केंद्रों में तीन दिनों में 1159 लोगों को टीके लगने थे। इसके लिए चार केंद्र बनाए हैं। पहले दिन 396, दूसरे दिन 390 एवं तीसरे दिन 373 टीके लगने थे, चूंकि एक वॉयल में 10 खुराक बनती है, इसलिए किसी केंद्र पर 80 लोगों के पहुंचने पर आठ वॉयल तो ठीक से इस्तेमाल हो गईं, लेकिन बाद के 10 लोगों में से 2 या 3 के ही पहुंचने से बची सात या आठ खुराक खराब हो गईं।
किसी-किसी केंद्र पर ऐसा भी हुआ कि जो नई वॉयल खोली गई, उसमें से एक ही खुराक काम आ सकी और बाकी नौ खुराक खराब हो गई। वॉयल खुलने के बाद चार में वैक्सीन खराब हो जाती है। तीन दिन में जिले में केवल 57.25 फीसदी हैल्थ वर्कर ही टीका लगवाने पहुंचे। इधर, इस स्थिति को देखते हुए केंद्र सरकार ने टीकाकरण को लेकर अपनी गाइड लाइन में बदलाव भी किया है। अब रजिस्टर्ड हैल्थ वर्कर किसी भी वैक्सीन सेंटर पर कभी भी जाकर टीका लगवा सकेंगे। जिले में पहले दिन जहां 59.84 फीसदी ने टीका लगवाया था। वे तीसरे दिन घटकर 43.69 फीसदी रह गया।
तीन दिन की बात करें जिले में 56.25 फीसदी टीकाकरण हुआ है। हालांकि इसके पीछे कई कारण गिनाए जा रहे हैं। लेकिन टीकाकरण के प्रति रुझान कम होने से इसकी बर्बादी हो रही है। पहले दिन की तुलना में दूसरे दिन टीकाकरण के प्रति उत्साह नजर आया था, मगर तीसरे दिन इसका प्रतिशत 50 से कम हो गया। जिले में अभी तक साइड इफैक्ट की कोई बात भी सामने नहीं आई है।
पहले दिन 59.84% कार्मिकों ने लगवाया टीका, तीसरे दिन 43.69 फीसदी ही पहुंचे
दिन पंजीकृत टीकाकरण पुरुष महिला वायल फीसदी
पहला 396 237 173 64 25 59.84
दूसरा 390 252 170 27 27 64.61
तीसरा 373 163 95 68 17 43.69
कुल 1159 652 438 159 69 56.25
तीन बार में 7980 रुपए के डोज बर्बाद हो गए
जिले में पहले चरण में 10938 लोगों को टीके लगने है। एक टीके की कीमत 210 रुपए है। यानी फ्रंटलाइन हेल्थ वर्कर के लिए सरकार 22.96 लाख रुपए खर्च कर रही है। जिले में टीकाकरण के तीन दिन में 38 डोज खराब होने से 7980 रुपए कीमत के डोज बर्बाद हो गए।
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तीन बड़े कारण जिनकी वजह से टीकाकरण कम
अब गैरहाजिर की जगह उसी केंद्र के अन्य को मौका
दूसरी खेप में 11 हजार डोज और आए आज चार केंद्रों पर होगा वैक्सीनेशन
जिले में हेल्थ वर्करों के लिए 11 हजार टीके गुरुवार को और पहुंच चुके हैं। इन वैक्सीन को चूरू बीसीएमओ डॉ. विश्वास मथुरिया पुलिस पहरे में जयपुर से चूरू लेकर आए तथा वैक्सीन स्टोरेज केंद्र में जमा करवा दिया। इससे पहले 14 जनवरी को वैक्सीन पहुंची।
आरसीएचओ डॉ. अनीश कुरैशी ने बताया कि शुक्रवार को चूरू के डीबी अस्पताल, रतनगढ़ व सुजानगढ़ के उप जिला अस्पताल एवं सरदारशहर सीएचसी में 401 हेल्थ वर्करों को टीके लगाए जाएंगे। सुजानगढ़ को छोड़कर अन्य केंद्रों पर 100-100 टीके लगाए जाएंगे, जबकि सुजानगढ़ में 101 हेल्थ वर्करों को टीके लगाए जाने हैं।
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