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दस हजार रुपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार बाड़मेर जिले के गुढ़ामलानी एसडीएम सुनील कुमार कटेवा जिले के खुडाना पंचायत के गांव कंवरपुरा का रहने वाला है। गुढ़ामालानी में एसीबी की कार्रवाई के बाद एसीबी की एक टीम झुंझुनूं के डीएसपी शब्बीर खान के नेतृत्व में उसके पैतृक गांव कंवरपुरा और पिलानी भी पहुंची।
एसीबी के मुताबिक पिलानी के मकान में उसके नाैसेना से रिटायर्ड पिता व छोटा भाई रहता है। यह मकान उसकी पत्नी के नाम है। टीम को यहां से कुछ विशेष नहीं मिला और वह वापस लौट गई। सुनील पहले नाैसेना में सेवारत था। रिटायरमेंट लेकर वह 2002-03 में सैन्य कोटे से नायब तहसीलदार बना और फिर 2019 में एसडीएम। पहली पोस्टिंग इसकी गंगानगर में रही। इसके बाद तहसीलदार के रुप में बाड़मेर के चौहटन, सेंड़वा, नागौर, मुंडवा, मेड़ता, नसीराबाद और जयपुर जेडीए में भी पोस्टिंग रही। अभी गुढ़ामालानी के साथ साथ इसके पास धोरीमन्ना का कार्यभार भी है।
सुनील कटेवा राजस्व सेवा में आने से पहले तीन साल नौ सेना में रहा। अस्थमा की बीमारी के कारण उसने वहां से रिटायरमेंट ले लिया। नौ सेना से उसे हर माह 20 हजार रुपए पेंशन मिलती है। एसीबी को जांच में इसके नाम पिलानी में एक मकान और जयपुर में एक फ्लैट मिला है। इस फ्लैट की कीमत 40 से 50 लाख बताई जा रही है। इसके अलावा 8 से 10 एलआईसी की पाॅलिसी मिली है।
झुंझुनूं एसीबी की टीम ने पिलानी और कंवरपुरा में भी दबिश दी
सुनील कटेवा को 10 हजार रुपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया। यह रिश्वत एक मामले में स्टे देने की एवज में परिवादी एडवोकेट पप्पूराम से मांगी थी। शिकायत होने पर एसीबी ने कार्रवाई की और पप्पूराम को एसडीएम सुनील कटेवा के पास भेजा। जहां उसने यह रकम लेकर ड्राइवर दुर्गाराम को देकर गाड़ी में रखने को कहा। एसीबी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक दुर्गसिंह राजपुरोहित के नेतृत्व में जोधपुर से गई स्पेशल टीम ने सुनील कटेवा और ड्राइवर दुर्गाराम को गिरफ्तार कर लिया।
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