खंडेला कस्बे के ब्रह्मपुरी स्थित नृसिंह भगवान के प्रसिद्ध मन्दिर में नृसिंह भगवान का जन्मोत्सव शनिवार को श्रंगार कर महा आरती के साथ मनाया गया। पुजारी श्याम सुंदर ने बताया कि शुक्रवार को मंदिर में अखंड रामायण के पाठ आयोजन कर रात्रि में 551 दीपक जलाकर मंदिर रोशनी की गई और शनिवार को दोपहर में नरसिंह भगवान को चंदन का श्रंगार कर महाआरती के साथ जन्मोत्सव मनाया गया।
5 साल में बनकर तैयार हुआ मंदिर
नृसिंह भगवान की मूर्ति संवत् 1439 में श्री नृसिंह चतुर्दशी को सवा पहर दिन चढ़े जमीन से निकली थी। भगवान के भक्त चाढ़जी ने अपनी हवेली में विराजमान करा कर पूजा करवाई। 5 साल में मंदिर बनकर तैयार होने पर वैशाख सुदी को विधि विधान से पूजा अर्चना कर नृसिंह महाराज की मूर्ति मंदिर में विराजमान करवाई। जहां मूर्ति निकली उस जगह चाढ़जी ने तालाब की नींव रखी जो चारोंड़ा धाम के नाम से प्रसिद्ध है।
भगवान के मुखारविंद को करती है सुशोभित
भगवान के भक्त चाढ़जी के वंशज खंडेलवाल वैश्य चौधरियों के नाम से प्रसिद्ध है। मंदिर की रचना करने वाले चतुर शिल्पकारों ने मंदिर की ऊंचाई इतनी की है कि दक्षिणायन और उत्तरायण के दिन उगते हुए सूर्य देव की किरणे नृसिंह भगवान के मुखारविंद को सुशोभित करती हैं।
Copyright © 2022-23 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.