पाएं अपने शहर की ताज़ा ख़बरें और फ्री ई-पेपर
Install AppAds से है परेशान? बिना Ads खबरों के लिए इनस्टॉल करें दैनिक भास्कर ऐप
सीकर में रविवार को इकलौते बेटे की मौत से अवसाद में आए परिवार के 4 लोगों ने सामूहिक सुसाइड कर लिया था। सोमवार को एक चिता पर पति-पत्नी जबकि दूसरी दोनों बेटियों का अंतिम संस्कार किया। मृतकों में 48 साल के हनुमान प्रसाद सैनी, उनकी 45 साल की पत्नी तारा, 2 बेटियों पूजा और अन्नू हैं। इन सभी ने घर में एक कमरे में फांसी लगाकर जान दे दी थी।
इस मामले में गुरुवार को सामने आया कि बेटे की मौत ने घर के सभी सदस्यों को बुरी तरह तोड़ दिया था। 27 सितंबर 2020 को हार्ट अटैक से बेटे की मौत हुई थी। कुछ दिनों बाद पिता हनुमान बाइक से स्कूल जाने लगे थे। दोनों बेटियों ने भी कॉलेज जाना शुरू कर दिया था। हालांकि, नौकरी में भी न हनुमान बेटे अमर की यादों से बाहर निकल पाया और न ही बहनें। भाई की मौत के बाद 3-4 दिन तो दोनों बहनें कॉलेज गईं थी। लेकिन इसके बाद फिर छुट्टी कर ली। मां तारा भी बेटे की मौत से पथरा सी गई थी। 4 दिन पहले बड़ी बेटी पूजा ने मेहंदी से हाथ पर लिखा था-तेरे पास आ रहे हैं मोटू। दोनों बहन भाई को प्यार से मोटू कहती थी।
एक चिता पर पति-पत्नी, दूसरी पर दोनों बेटियों का अंतिम संस्कार
जब पड़ोसी से तारा बोली थी- आपका बेटा मरता जब भी यही कहते
सुसाइड नोट में भी हनुमान ने लिखा था कि पैसे, कर्ज और किसी तरह की चिंता उनको नहीं है। सिर्फ बेटे की मौत का गम नहीं भुला पा रहे हैं। इसलिए चारों सुसाइड कर रहे हैं। हनुमान की पत्नी तारा बेटे की मौत के बाद जड़वत हो गई थी। कमरे में पलंग से उठती ही नहीं थी। कोई बात करने भी जाता तो उनका व्यवहार बदल गया था।
बेटे की मौत के बाद उनके पड़ोस में रहने वाले महेश ढांढस बंधाने घर गया था। वहां उसने बेटे की मौत को भूलकर आगे की जिंदगी जीने की बात बोली तो तारा ने कहा कि तुम्हारा बेटा मरता जब भी यही बोलते। ऐसा जवाब सुनकर वह लौट आया। आसपड़ोस में भी लोगों से बोलना कम कर दिया था।
गाटर के बारे में भतीजे ने चाचा से पूछा तो कहा था- इस पर 4 घंटियां लटकाएंगे
आसपड़ोस के लोग हनुमान को देखकर बात करने की कोशिश भी करते थे। हनुमान उनको अच्छा हूं, नौकरी में पर जा रहा हूं, ऐसे जवाब देकर चुपचाप निकल जाता था। वहीं जब छत पर गाटर (लोहे की मोटी रॉड) लेकर आया तो भी किसी को पता नहीं लगा। उसको लगाने के बाद छोटे भाई के लड़के युवराज ने कमरे में गाटर देखा तो पूछा कि चाचा ये क्यों लगवाई है, तब हनुमान ने कहा कि इस पर चार घंटियां लटकाएंगे। उस समय चाचा की बात को भतीजा भांप नहीं पाया कि ये कौन सी घंटियों की तरफ इशारा हो रहा है।
हनुमान के नवलगढ़ निवासी ससुर टूटे परिवार को संभालने के लिए तीन से पांच दिन में किसी न किसी को लेकर मिलने आ जाता था। करीब एक दो घंटे गुजारने के बाद समझाकर लौट जाता था। घटना से पांच दिन पहले भी वह आकर परिवार को समझाकर गया था, लेकिन उन्होंने हनुमान के परिवार ने अपने कदम की भनक किसी को नहीं लगने दी।
पॉजिटिव- किसी भी लक्ष्य को अपने परिश्रम द्वारा हासिल करने में सक्षम रहेंगे। तथा ऊर्जा और आत्मविश्वास से परिपूर्ण दिन व्यतीत होगा। किसी शुभचिंतक का आशीर्वाद तथा शुभकामनाएं आपके लिए वरदान साबित होंगी। ...
Copyright © 2020-21 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.