सीकर के रींगस इलाके में एक महिला की लेक्चरर की नौकरी लगवाने के नाम पर 15.50 लाख रुपए की ठगी का मामला सामने आया है। एक दंपति ने महिला और उसके पति को झांसे में लिया। खुद को आरपीएससी स्टाफ बताकर रुपए ऐंठ लिए। जब महिला का पति दंपत्ति के घर पहुंचा तो उन्हें अपने साथ हुए फ्रॉड का पता चला। रींगस पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी है।
सीकर के रींगस इलाके के रहने वाले संग्राम सिंह ने रिपोर्ट देकर बताया है कि उनकी पत्नी गीता ने पॉलिटिकल साइंस से पोस्ट ग्रेजुएशन और बीएड की हुई है। पत्नी गीता काफी दिनों से बेरोजगार थी। संग्राम सिंह की मुलाकात डॉ आदित्य और नरसी के साथ मनोज कुमार सक्सेना से हुई। मनोज कुमार ने संग्राम सिंह को कहा कि वह RPSC में लीगल एडवाइजर का काम करता है। मेरी वहां की सचिव नीतू यादव से दोस्ती है। पहले तो संग्राम सिंह ने मनोज कुमार की बातों पर विश्वास नहीं किया।
इसके बाद मनोज कुमार फोन पर संग्राम सिंह को उसकी पत्नी गीता की नौकरी लगवाने की बात कहता रहा। मनोज कुमार ने संग्राम सिंह को कहा कि वह उसकी पत्नी गीता की फर्स्ट ग्रेड लेक्चरर पॉलीटिकल साइंस की पोस्ट पर नौकरी लगवा देगा। बदले में भागदौड़ और मिठाई का खर्चा देना होगा। संग्राम सिंह झांसे में आ गया। इसके बाद अप्रैल 2021 में मनोज कुमार एक महिला और एक युवक के साथ सरगोठ गांव की एक होटल में आया। वहां उसने महिला को RPSC अजमेर की सचिव बताया। इसके बाद 15 लाख रुपए ले लिए।
फिर 50 हजार रुपए पल्लवी नाम की महिला के अकाउंट में ट्रांसफर करवा लिए। और केवल नौकरी लगवाने का झांसा देते रहे। काफी दिन बीत जाने के बाद भी जब पत्नी की नौकरी नहीं लगी तो संग्राम सिंह मनोज कुमार के घर गए। वहां उन्हें पता चला कि जिस महिला को RPSC की सचिव नीतू यादव बताया था वह महिला मनोज कुमार की पत्नी है। इसके बाद मनोज और उसकी पत्नी पल्लवी ने उसे धमकी दी कि दोबारा यहां मत आना। हमारी पहुंच बहुत ऊपर तक है तुम्हें झूठे मुकदमे में फंसा देंगे।
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