दो सांडों ने लड़ाई में एक कार को क्षतिग्रस्त कर दिया। गली में बच्चे और बुजुर्ग भी थे। गनीमत रही कि सांड ने हमला नहीं किया। सीकर शहर में आवारा पशुओं का आतंक लगातार जारी है। कुछ महीनों पहले सांड के हमले से एक बुजुर्ग की मौत भी हो गई थी।
सीकर शहर के परशुराम पार्क के पास रहने वाले नरेश प्रधान ने बताया कि आज सुबह वह अपने घर के बाहर खड़ी गाड़ी को साफ कर रहे थे। गली में कई बच्चे और बुजुर्ग भी बाहर धूप में बैठे थे। अचानक दो आवारा सांड लड़ते हुए आए और गाड़ी को क्षतिग्रस्त कर दिया। गनीमत रही कि समय रहते हैं वह अपने घरों में चले गए जिससे कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ।
पिछले साल सांड के हमले में गई बुजुर्ग की जान
पिछले साल 12 दिसंबर को भी पिपराली रोड के रहने वाले रूपचंद मेहता की सांड के हमले में मौत हो गई थी। 23 जनवरी को वार्ड 46 के भंवर कॉलोनी निवासी बुजुर्ग महिला राजकंवर (60) पर गाय ने हमला कर दिया। नगर परिषद् आयुक्त श्रवण कुमार विश्नोई बताया कि आवारा पशुओं को शहर से बाहर छुड़वाया जा रहा है। जानवरों की संख्या ज्यादा होने पर उन्हें नंदीशाला में भी शिफ्ट किया जाता है। ठेकेदार को पाबंद किया जाएगा।
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