हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले में हुई लैंडस्लाइड में सीकर के एक ही परिवार के 3 लोगों की मौत हो गई थी। मंगलवार दोपहर करीब 12 बजे बियानी परिवार के मां, बेटी और बेटे का शव पहुंचा तो कोहराम मच गया। पिता नंदलाल और बड़ी बेटी ज्योति बार-बार बेहोश हो रही थी। गमगीन माहौल के बीच तीनों का अंतिम संस्कार किया गया। माधोगंज के बियानी परिवार के तीन लोगों की हिमाचल में मौत की खबर मिलते ही पूरे इलाके में शोक का माहौल था। पिता नंदकिशोर बियानी दिनभर गुमसुम बैठे रहे तो बड़ी बहन ज्याेति की दिनभर तबीयत बिगड़ती रही। हिमाचल में भूस्खलन से हुए हादसे में सीकर के माधवगंज निवासी नंदकिशोर बियानी की 58 वर्षीया पत्नी माया, 30 वर्षीय बेटा अनुराग और 26 वर्षीया बेटी रिचा की मौत हो गई थी। शवयात्रा निकलने तक सुभाष चौक का बाजार पूरी तरह बंद रहा। शवयात्रा के दौरान बाजार में दोनों तरफ लोग हाथ जोड़कर खड़े रहे।
30 साल पहले चले गए थे मुंबई
नंदकिशाेर बियानी 30 साल पहले कारोबार के सिलसिले में मुंबई चले गए थे। आठ साल पहले ही पत्नी, बेटे और बेटियों को अपने साथ मुंबई ले गए। कोरोनाकाल में पत्नी, बेटा, बेटी सीकर आए हुए थे। अनुराग शुक्रवार को बहन और मां के साथ टूर पर हिमाचल घूमने गया था। रविवार सुबह हिमाचल के किन्नौर जिले में बटसेरी के गुंसा के पास चट्टानें गिरने से हादसा हो गया। इसमें तीनों की जान चली गई।
पिता को सोमवार रात तक नहीं दी जानकारी
परिवार के मुखिया नंदकिशोर बियानी की बड़ी बेटी ज्योति सोमवार को मुंबई से सीकर पहुंची। नंदकिशोर को सिर्फ छोटी बेटी रिचा की मौत की सूचना दी गई थी। पत्नी और बेटे के घायल होने की जानकारी दी गई थी। शव आने के बाद उन्हें तीनों की मौत की जानकारी मिली।
दिल्ली से शव लेकर पहुंची एंबुलेंस
सुबह एंबुलेंस शव लेकर सीकर पहुंची। एंबुलेंस चालकों ने बताया कि केंद्र सरकार की तरफ से उनको शव घर तक पहुंचाने के लिए किराए पर हायर किया गया है। सभी शव को केंद्र सरकार की ओर से घर तक पहुंचाया जा रहा है। हादसे में हताहत हुए लोगों के परिजनों से कुछ नहीं लिया जा रहा।
मुंबई में सीएस था अनुराग
31 वर्षीय अनुराग मुंबई में सीएस थे। पूरा परिवार मुंबई ही रहता है। यहां मकान है। इसमें चाचा रहते हैं। करीब एक महीने पहले अनुराग अपनी छोटी बहन रिचा, मां माया देवी, पिता नंदकिशोर और बड़ी बहन के साथ राजस्थान घूमने आया था। दो दिन पहले अनुराग, रिचा और माया देवी ग्रुप टूर पर हिमाचल गए थे। पिता सीकर में ही हैं। बड़ी बहन मुंबई लौट गई थी।
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