सीकर की कोतवाली थाना पुलिस ने ऑपरेशन शिकंजा के तहत कार्रवाई करते हुए 5 साल से फरार दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार दोनों आरोपी सगे भाई हैं जो 2017 में गणगौर मेले के दौरान सीकर शहर में हुए सांप्रदायिक दंगे में शामिल थे। फिलहाल पुलिस घटना में शामिल अन्य आरोपियों की तलाश में जुटी है।
यह है मामला
2017 में गणगौर मेले के दौरान सीकर शहर में मामूली बात को लेकर दो पक्षों के बीच विवाद हुआ था। विवाद के चलते तनाव इतना बढ़ा कि शहर में कर्फ्यू लगाना पड़ा। साथ ही नेटबंदी भी की गई थी। कोतवाली थाना अधिकारी कन्हैया लाल ने बताया कि वर्तमान में वांछित अपराधियों की धरपकड़ के लिए चलाए जा रहे स्पेशल ऑपरेशन शिकंजा के तहत दो आरोपियों भवानी शंकर पारीक (39) और विशाल पारीक (31) को उनके घर पर दबिश देकर गिरफ्तार किया गया है। कन्हैया लाल ने बताया कि मामले में वांछित अपराधियों को भी जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।
पांच साल बाद गिरफ्तारी चर्चा का विषय बना
मामले में आज पांच साल बाद गिरफ्तारी हुई है जो पूरे शहर में चर्चा का विषय बनी हुई है। इस पुलिस कार्रवाई का होना राजनीतिक दबाव माना जा रहा है। वहीं पुलिस सूत्रों की माने तो दंगों में कई ऐसे भी आरोपी शामिल हैं।जो वर्तमान में कई राजनीतिक पदों पर है।
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