नगर विकास न्यास सीकर ने नगरीय सीमा का दायरा बढ़ाने के लिए 12 गांवों को अपने दायरे में शामिल करने के लिए प्रस्ताव तैयार किया। प्रस्ताव लागू होने के पहले ही इसका विरोध शुरू हो चुका है। प्रस्ताव के विरोध में आज सीकर के भढ़ाढर गांव से जयपुर रोड स्थित यूआईटी कार्यालय तक ट्रैक्टर रैली निकाली गई।
ग्रामीण सुरेश बगड़िया ने बताया कि यूआईटी ने अपना दायरा बढ़ाते हुए सीकर शहर के नजदीक के 12 गांव को अपने सीमा क्षेत्र में शामिल करने का प्रस्ताव तैयार किया है। बगड़िया ने बताया कि जब से सीकर में यूआईटी का काम शुरू हुआ है। तब से यूआईटी क्षेत्र का विकास करने के बजाए केवल गांवों की भूमि का अधिग्रहण कर उन पर प्लॉटिंग कर उन्हें बेचने के काम में लगी हुई है।
यूआईटी सचिव बोले- ग्रामीणों को हुई गलतफहमी
यूआईटी के सचिव इंद्रजीत सिंह ने बताया कि किसी ने गलतफहमी फैलाई है कि यूआईटी भढ़ाढर गांव की जमीन ले रही है। ऐसी कोई भी बात नहीं है। सीकर शहर में बढ़ती जनसंख्या के दबाव के चलते नई कॉलोनी बसाने के लिए क्षेत्र की कमी आई है। ऐसे में हमें हमारे मास्टर प्लान का रिव्यू करना है। ऐसे में हमें 12 गांवों को शामिल करते हुए एक प्रस्ताव तैयार किया है। इंद्रजीत ने बताया कि अभी हमें किसान की कोई भी जमीन नहीं चाहिए। नई प्रस्ताव के मुताबिक यदि 75 प्रतिशत किसान भी अपनी जमीन देने को तैयार होते हैं। 25 प्रतिशत किसान अपनी जमीन देने को तैयार नहीं हो तो भी उसकी अवाप्ति नहीं की जा सकती है।
प्रस्तावित प्लान में यह गांव है शामिल
यूआईटी द्वारा प्रस्तावित प्लान में भढ़ाढर, बाजौर,चैलासी,देवगढ़ , हीरामल नगर, झीगर छोटी, किरडोली, मलकेड़ा, शास्त्री नगर, हर्ष, झीगर बड़ी,पीपल्या नगर की शामिल है।
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