तारानगर कस्बे की बहु एवं गुजरात के अहमदाबाद की प्रवासी अनिता गाेयल जाते-जाते छह जिंदगियाें काे राेशन कर गई। उनके निधन के बाद परिजनाें ने उनके अंग दान किए हैं। कस्बे के गाेयल परिवार की बहु अनिता परिवार के साथ लंबे समय से गुजरात में रह रही थी। गत 10 जुलाई काे उनके ब्रेनडेड हाेने के बाद परिजनाें ने उनके फेफड़े, लीवर, किडनी व आंखें दान की हैं। कस्बे के कमल भगत ने बताया कि उनके ताउ मदनलाल गाेयल के पुत्र गोविंदप्रसाद लंबे समय से अहमदाबाद में रह रहे हैं। कुछ दिनाें पूर्व उनकी पत्नी का अहमदाबाद में हार्निया का आपरेशन हुआ। आपरेशन सफल रहा और छुट्टी देने की तैयारी चल रही थी। इसी बीच अनिता काे ब्रेन हेमरेज हाे गया। डाॅक्टराें काफी काेशिश की उनकाे हाेश में लाने की। लेकिन, वाे बच नहीं पाई और अनिता गाेयल काे ब्रेनडेड घाेषित कर दिया। इसके बाद परिजनाें ने निर्णय किया कि अनिता के सुरक्षित अंगाें काे दान किया जाए। डाॅक्टराें ने परिजनाें काे अंगदान करने के लिए प्रेरित किया।
चेन्नई के अस्पताल में भेजे गए अनिता के फेफड़े, अन्य अंग गुजरात में प्रत्यारोपित होंगे
अनिता के पति पति गोविंदप्रसाद गाेयल ने बताया कि अंगदान से पहले अनिता के पीहर पक्ष के लाेगाें से सहमति ली गई। इसके बाद बड़े भाई जगदीश प्रसाद भगत, बेटे अनमोल, बेटी सोनम, भाई नवीन, मनोज और चाचा कैलाशचंद्र ने गुजरात की राज्य अंग एवं उत्तक प्रत्यारोपण संगठन सोटो (एसओटीटीओ),गुजरात से सम्पर्क किया और अंगदान करने के बारे में बताया। 10 जुलाई को अनिता के निधन के बाद उनके किडनी, लीवर, आंखे और फेंफड़े दान कर दिए गए। फेफड़े चेन्नई के अस्पताल को आवंटित किए गए। वहीं अन्य अंग गुजरात में ही प्रत्यारोपित किए जाएंगे। कमल गाेयल ने बताया कि अनिता गाेयल हरियाणा के बहल की बेटी थीं। दोनों परिवारों ने सहमति से अंगदान करने का निर्णय लिया। परिजनाें ने अन्य लाेगाें से भी अंगदान करने की अपील की है।
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