हनुमान मंदिर हटाने पहुंची पुलिस पर पथराव:एडिशनल एसपी और डीएसपी घायल; पुलिस ने दौड़ा-दौड़ाकर पीटा, 20 लोग हिरासत में

आबूरोड (सिरोही)6 महीने पहले
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लोग तालाब के किनारे हनुमान मंदिर हटाने से नाराज थे, जबकि प्रशासन का कहना है कि यह मंदिर हाईकोर्ट के आदेश पर हटाया जा रहा है। - Dainik Bhaskar
लोग तालाब के किनारे हनुमान मंदिर हटाने से नाराज थे, जबकि प्रशासन का कहना है कि यह मंदिर हाईकोर्ट के आदेश पर हटाया जा रहा है।

सिरोही के आबूरोड में हनुमान मंदिर हटाने गई पुलिस टीम पर स्थानीय लोगों ने पथराव शुरू कर दिया। इस पथराव में ASP और DSP दोनों घायल हो गए। कुछ ही देर में माहौल इतना बिगड़ गया कि पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। इसके बाद पुलिस ने लोगों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा। मामला बुधवार सुबह का है।

जानकारी के अनुसार हाईकोर्ट के आदेश पर सातपुर तालाब के पास बने हनुमान मंदिर को हटाने के लिए प्रशासन सुबह 6 बजे पहुंचा था। सूचना मिलते ही स्थानीय लोग विरोध करने पहुंच गए। विरोध के बीच करीब 8.30 बजे हनुमान मंदिर को तोड़ दिया गया।

आक्रोशित लोगों ने सातपुर-आबूरोड मार्ग को जाम कर दिया। काफी देर तक समझाइश के बाद भी लोग नहीं माने तो साढ़े 11 बजे के आसपास उन्हें खड़दने का प्रयास किया गया। इस पर पर लोगों ने पुलिस पर पथराव कर दिया। मामला बिगड़ता देख RAC के जवान और लाइन से जाप्ता मंगवाया गया। पुलिस ने लाठीचार्ज किया तो लोग बिखर गए और गलियों में घुसकर पथराव करने लगे।

हाईकोर्ट के आदेश पर इसी हनुमान मंदिर को तोड़ा गया। इसके बाद स्थानीय लोग भड़क गए।
हाईकोर्ट के आदेश पर इसी हनुमान मंदिर को तोड़ा गया। इसके बाद स्थानीय लोग भड़क गए।

नाक और मुंह पर लगी चोट
मंदिर को तोड़ने के बाद लोग मंदिर के सामने ही सातपुर-आबूरोड मार्ग पर बैठकर वंदे मातरम और जयश्रीराम के नारे लगाते रहे। प्रशासन ने चारों तरफ बैरिकेडिंग करके सभी लोगों को मंदिर के आस-पास आने से रोक दिया। कार्रवाई के दौरान 6 थानों की पुलिस की मौके पर पहुंची थी। इसके अलावा RAC के जवान और लाइन से जाप्ता मंगवाया गया था। ASP देवाराम चौधरी को नाक और डीएसपी योगेश कुमार शर्मा के मुंह पर चोट आई है।

इसके साथ पांच पुलिसकर्मी भी घायल हो गए हैं। इस घटना में 20 से ज्यादा लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया है। घटना के बाद कलेक्टर डॉ. भवंर लाल चौधरी और SP ममता गुप्ता ने मौके पर पहुंचकर घटना की जानकारी ली। वहीं अस्पताल में पहुंचकर घायलों से बात की।

पुलिस ने जब भीड़ को खदेड़ना शुरू किया तो लोगों ने पथराव शुरू कर दिया।
पुलिस ने जब भीड़ को खदेड़ना शुरू किया तो लोगों ने पथराव शुरू कर दिया।

कोर्ट में कहा- मंदिर की वजह से तालाब की सेहत खराब हुई
आबूरोड SDM नीलम लखारा ने बताया कि 13 नवंबर 2018 को गांव के कांतिलाल उपाध्याय ने सातपुर तालाब पर हुए अतिक्रमण को लेकर याचिका जोधपुर हाईकोर्ट में दायर की थी। इस पर 17 नवंबर 2022 को कोर्ट ने मंदिर को अतिक्रमण मानते हुए स्थानीय प्रशासन को हटाने के आदेश दिए थे। कांतिलाल की दलील थी कि मंदिर की वजह से सातपुर तालाब का स्वरूप बिगड़ गया है।

एसडीम ने बताया कि हाईकोर्ट के निर्देश पर तालाब से अतिक्रमण को हटाया गया है। प्रशासन ने बकायदा नोटिस जारी कर मौके से अतिक्रमण हटाने के आदेश जारी किए गए थे। मंदिर को हटाने के बाद 24 नवंबर को कोर्ट में रिपोर्ट पेश की जाएगी।

पथराव के बाद लोग घरों में घुस गए थे। इन्हें पुलिस ने घर से बाहर निकाला और हिरासत में लिया।
पथराव के बाद लोग घरों में घुस गए थे। इन्हें पुलिस ने घर से बाहर निकाला और हिरासत में लिया।
इस पथराव में पांच पुलिसकर्मी घायल हो गए। पुलिस ने 20 से ज्यादा लोगों को हिरासत में लिया है।
इस पथराव में पांच पुलिसकर्मी घायल हो गए। पुलिस ने 20 से ज्यादा लोगों को हिरासत में लिया है।

कल बंद रहेगा आबूरोड
प्रशासन की कार्रवाई को लेकर आबूरोड में बुधवार को हिंदू संगठन शिवसेना, वीएचपी और बीजेपी ग्रामीण मंडल के अध्यक्ष दिनेश खंडेलवाल ने बंद का आह्वान किया है। साथ ही बीजेपी नेता ने कहा कि कांतिलाल उपाध्याय का घर अतिक्रमण कर बनाया गया है।

इसे लेकर ग्रामीणों ने एसडीएम और तहसीलदार को शिकायत दी है और तीन दिन का समय मांगा है। अगर तीन दिन के भीतर कोई कार्रवाई नहीं हुई तो अनिश्चितकाल के लिए आबूरोड बंद का आह्वान किया जाएगा। इधर,पूर्व जिला प्रमुख पायल परसरामपुरिया के पति अरूण परसरामपुरिया भी मौके पर पहुंचे। यहां पुलिस ने उन्हें भी खदेड़ा।