पिंडवाड़ा में गोवर्धन पूजा के साथ हुई गायों की दौड़:श्याम रंग की गाय रही सबसे आगे, अच्छे साल का मिला शगुन

पिंडवाड़ा (सिरोही)7 महीने पहले
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गोवर्धन पूजा के बाद गायों की दौड़ का आयोजन किया गया। श्याम रंग की गाय के सबसे आगे रहने पर अच्छे साल का शगुन मिला। - Dainik Bhaskar
गोवर्धन पूजा के बाद गायों की दौड़ का आयोजन किया गया। श्याम रंग की गाय के सबसे आगे रहने पर अच्छे साल का शगुन मिला।

सिरोही जिले के पिंडवाड़ा तहसील के वासा गांव में दीपावली के दूसरे दिन परंपरा के अनुसार गोवर्धन मेले का आयोजन किया जाता है। इस बार सूर्य ग्रहण के कारण बुधवार को गोवर्धन मेले का आयोजन किया गया। गोवर्धन मेले में गोर्वधन पूजा के साथ गाय दौड़ का आयोजन किया गया। इस दौड़ में श्याम रंग की गाय सबसे आगे रही, जिसके कारण आने वाला साल अच्छा होने का संकेत मिला। कई सालों से चल रही इस परंपरा में आगे रहने वाली गाय के रंग के आधार पर आने वाले साल का अनुमान लगाया जाता है। कार्यक्रम का शुभारंभ भव्य शोभायात्रा के साथ किया गया, जिसमें आसपास के ग्रामीण डीजे की धुन पर नाचते-गाते हुए आखरीया चौक पहुंचे। कार्यक्रम के दौरान एएसआई मंगलसिंह व हेड कॉन्स्टेबल विक्रम पुरोहित सहित भारी मात्रा में पुलिस बल तैनात रहा। बरसों से चली आ रही इस परंपरा को आज भी मनाया जाता है।

गौ माता की पूजा कर सुनाए हेर गीत
दीपावली के बाद विधि-विधान के साथ गौवर्धन पूजा, नन्दी पूजा व अन्नकूट पूजन किया गया। मेले में रेबारी समाज के लोगों ने आखरीया चौक में एकत्रित होकर गायों को दीपावली हेर गीत (कृष्ण उपदेश) सुनाए और गायों को गुड़ खिलाया। इसके बाद गाय दौड़ का आयोजन किया गया। गाय दौड़ से आने वाले साल का अनुमान लगाया गया। दौड़ में श्याम रंग की गाय सबसे आगे रही। बुजुर्गों के अनुसार श्याम रंग (लीलकी गाय) की गाय दौड़ में आगे रहती है तो आने वाला साल शुभ (अच्छा) माना जाता है। दौड़ में सफेद गाय आगे रहती है, तो आने वाला साल मध्यम माना जाता है। वहीं दौड़ में काले रंग की गाय आगे रहती है तो आने वाला साल अशुभ माना जाता है।