गांव गंगागढ़ में आबकारी दल पर हमले के बाद फायरिंग में तीन ग्रामीणों के घायल होने के मामले में टाउन पुलिस ने जांच का दायरा बढ़ा दिया है। इस बीच बुधवार को पुलिस टीम ने घटनास्थल पर पहुंच बारीकी से पड़ताल कर नक्शा तैयार किया। इस बीच कलेक्टर-एसपी ने भी घटना पर संज्ञान लेकर निष्पक्ष जांच के निर्देश दिए। सीआई लक्षमणसिंह राठौड़ ने बताया कि मामले की हर एंगल से जांच की जा रही है। इसको लेकर उच्चाधिकारियों से भी निर्देश मिले हैं।
गौरतलब है कि मंगलवार शाम को गंगागढ़ में कार्रवाई करने गई आबकारी टीम पर ग्रामीणों ने हमला कर दिया था। इस बीच डीईओ, प्रहराधिकारी सहित अन्य टीम जान बचाकर भाग गई थी जबकि आबकारी जमादार हुसैन खांन को ग्रामीणों ने घेर लिया था। इस बीच आबकारी टीम ने एसएलआर से दो हवाई फायर भी किए। आबकारी थानाप्रभारी कैलाश स्वामी की ओर से मंगलवार रात्रि को टाउन थाना में केस दर्ज करवाया गया था कि उदय सिंह, बलविंद्र सिंह, सुखविंद्र, नारायण, चंदन सिंह, होशियार सिंह व अन्य 50-60 जनों ने आबकारी दल पर हमला कर जमादार हुसैन से खां से मारपीट कर वर्दी फाड़ दी और सरकारी पिस्टल छीनकर ले गए। जबकि दूसरे पक्ष की ओर जरनैल सिंह पुत्र सुंदर सिंह निवासी गंगागढ़ ने 20-25 आबकारी कर्मियों के खिलाफ उदयसिंह, बलविंद्र सिंह, सुखविंद्र वगैरह से मारपीट कर फायर करने के आरोप में केस दर्ज करवाया था।
इधर, शराब ठेकेदारों ने घटना पर जताया रोष, दोषियों पर कार्रवाई की मांग पर कलेक्टर-एसपी को ज्ञापन सौंपे
आबकारी दल पर हमले के दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर बुधवार को जिला शराब यूनियन के सदस्यों ने कलेक्टर व एसपी को ज्ञापन सौंपे। ज्ञापन में बताया कि जिले के गंगागढ़, देबुघाट, नवां, फतेहपुर, ढालिया, टिब्बी व अन्य क्षेत्र जहां हथकढ़ शराब बनाई जाती है जोकि प्रशासन की नजर में है। गंगागढ़ में मंगलवार को कार्रवाई करने गई आबकारी टीम पर हमला किया। इसमें आबकारी एएसआई हुसैन गंभीर रूप से घायल हो गए। यूनियन ने घटना की निंदा करते हुए दोषियों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई नहीं होने पर शराब की दुकानें बंद कर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी। ज्ञापन देने वालों में पप्पूसिंह, प्रदीप तिवाड़ी, रणवीर भादू, सुखपाल सिंह, श्यामसुंदर, राकेश निवाद, कालू बेनीवाल, केपी सिद्धू, विनोद बेनीवाल, इकबाल सिंह, कृष्णलाल, भूपेंद्र सूडा, रामप्रताप खीचड़ आदि मौजूद थे।
पुलिस इन बिंदुओं पर कर रही मामले की जांच: ताकि धंधे में संलिप्त लोगों की हो सके पहचान
1. छीनी गई पिस्टल से फायर हुए या अन्य हथियार किया गया इस्तेमाल ग्रामीणों पर हुई फायरिंग में आबकारी दल की छीनी गई पिस्टल से ही फायर हुए या अन्य हथियार का इस्तेमाल किया गया। हालांकि आबकारी दल का कहना है कि हवाई फायर किए थे। छीनी गई सरकारी पिस्टल 9 एमएम की 10 राउंड वाली बताई गई जिसमें पांच राउंड भरे हुए थे।
2. नामजद ग्रामीणों का रिकॉर्ड खंगाला जा रहा
हमले में नामजद ग्रामीणों का रिकॉर्ड खंगाला जा रहा है ताकि पता चल सके कि कौन-कौन लोग हथकढ़ शराब के धंधे में संलिप्त हैं और हमले में शामिल अन्यों में और कौन लोग शामिल थे।
3. मामले में जिन्हें चिह्नित किया उनकी कर रहे तलाश
पुलिस ने प्रारंभिक तौर पर अवैध शराब से जुड़े कुछ लोगों को चिन्हित किया है जिनकी तलाश की जा रही है ताकि मामले से जुड़े और तथ्य जुटाए जा सकें। 15 लोगों के ठिकाने पर दबिश दी लेकिन मौके पर कोई नहीं मिला।
डीईओ बोले- अवैध शराब का धंधा करने वालों पर लगातार होगी कार्रवाई
आबकारी डीईओ चिमनलाल मीणा का कहना है कि यह सरकार के रेवेन्यु से जुड़ा मामला है। अवैध शराब निकालने वालों को किसी भी सूरत में प्रोत्साहन नहीं दिया जाएगा। अवैध शराब के खिलाफ निरंतर संयुक्त कार्रवाई जारी रहेगी। इस संबंध में आबकारी आयुक्त से भी निर्देश मिले हैं।
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