हनुमानगढ़ जिले के जंक्शन में स्थित सतीपुरा रेलवे क्रॉसिंग पर बन रहा ओवरब्रिज अपने डिजाइन को लेकर पहले सुर्खियों और फिर विवादों में रहा। अब इसके बनने में हो रही देरी रेलवे क्रॉसिंग बंद होने की समस्या से भी बड़ी हो गई है। 58.34 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले ओवरब्रिज का काम पूरा होने में देरी के चलते सतीपुरा के पास जाम की स्थिति बनी रहती है। सतीपुरा रेलवे क्रॉसिंग संगरिया-हनुमानगढ़ और अबोहर-हनुमानगढ़ रोड पर है, इसलिए हैवी व्हीकल्स का ट्रैफिक ज्यादा है। बड़े वाहनों के आवागमन और लंबे समय से चल रहे रहे निर्माण के चलते हादसे की आशंका भी लगातार बनी हुई है। जाम की स्थिति कृषि जिंसों की आवक के समय और भी गंभीर हो जाती है।
अनूठा डिजाइन, निर्माण में देरी
सतीपुरा रेलवे क्रॉसिंग पर बनने वाला ओवरब्रिज डिजाइन में अनूठा है। यहां से चार तरफ सड़क उतरेगी। हनुमानगढ़ से संगरिया के बड़े वाहन ओवरब्रिज से निकलेंगे। ओवरब्रिज टाउन बाइपास से अबोहर रोड को भी जोड़ेगा। इसके डिजाइन को लेकर विवाद भी हुए, लेकिन अब समस्या निर्माण में देरी को लेकर है। साल 2018 में ओवरब्रिज का निर्माण शुरू करते समय मार्च 2020 तक पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था। हालत यह है कि 2021 का पूरा साल निकल जाने के बाद भी निर्माण 50 प्रतिशत ही पूरा हो पाया है। निर्माण कार्य में लगी कंपनी पर 20 लाख की पेनल्टी लगाने के बाद इसका निर्माण अगस्त 2022 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया, लेकिन यह भी अभी मुश्किल ही दिख रहा है।
मिल सकती है तत्काल राहत
ओवरब्रिज के साथ एक अंडरपास का निर्माण भी किया जाना है, जो कि हनुमानगढ़-संगरिया रोड से रेलवे लाइन पार 100 फीट रोड पर निकलेगा। यह अंडरपास पहले बन जाता है तो अबोहर की ओर जाने वाले वाहनों को अलग रास्ता मिल जाएगा। अंडरपास के लिए रेलवे लाइन के नीचे लगाए जाने वाले बॉक्स काफी समय से बनकर तैयार है, लेकिन निर्माण पूरा नहीं किया जा रहा। इधर, टाउन-सतीपुरा बाइपास से जंक्शन जाने के लिए एक वैकल्पिक रोड मदान स्कूल के सामने से बनाई जा सकती है। अभी यहां एक कच्चा रास्ता है जो बाइपास से जंक्शन में चूना फाटक के पास निकलता है। यह रोड बनती है तो भविष्य में भी किसानों के लिए फायदेमंद साबित होगी जोकि कृषि जिंसे मंडी में ले जाते है।
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