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कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों ने लोगों की चिंता फिर से बढ़ा दी है। चिंताजनक यह है कि दूसरी लहर पहले वाली से भी ज्यादा खतरनाक साबित हो रही है। क्योंकि वर्तमान में ऐसे कई केस सामने आ रहे हैं जो लोग एकदम स्वस्थ हैं और उनके शरीर में कोरोना के कोई लक्षण तक प्रकट नहीं होते फिर भी उनकी रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आ रही है।
दरअसल, ये बिना लक्षण वाले कोरोना के मरीज हैं, जिन्हें एसिंप्टोमैटिक कहते हैं। यानी इनमें कोरोना के कोई लक्षण मौजूद नहीं होते फिर भी ये कोरोना पॉजिटिव होते हैं। गाइडलाइन के अनुसार जुकाम-बुखार, सांस लेने में तकलीफ, सुगंध और स्वाद की पहचान नहीं कर पाना कोरोना के लक्षण माना गया है।
नए स्ट्रेन में इनमें से एक लक्षण भी नहीं दिखाई देते। वर्तमान में आज अगर कोई कोरोना पॉजिटिव हमारे सामने भी खड़ा हो तो भी हमें मालूम ही नहीं चल सकेगा क्योंकि उसमें लक्षण तक नहीं दिखा देंगे। कोरोना के लक्षणों के हिसाब से यूं समझें, इन 4 तरह से फैलता है कोरोना एसिम्प्टोमेटिक: व्यक्ति किसी तरह के लक्षण नहीं प्रकट करता लेकिन फिर भी वह कोरोना पॉजिटिव होता है। ये लोग ज्यादा संक्रमण फैला सकते हैं और इन्हीं की तादाद बढ़ रही है। प्री-सिम्प्टोमेटिक: संक्रमण फैलने और व्यक्ति में लक्षण दिखने के बीच भी इस वायरस का संक्रमण फैल सकता है। इसमें हल्का बुखार, शरीर दर्द की शिकायतें होती हैं और सीधे तौर पर लक्षण नहीं दिखते हैं। -[ सिम्प्टोेमेटिक: इसमें कोरोना वायरस के लक्षण स्पष्ट रूप से दिखाई पड़ते हैं, जो ग्रसित होते हैं। वे लोग लक्षण दिखने के पहले तीन दिन में लोगों को कोरोना फैला सकते हैं।
फाल्स नेगेटिव कोरोना पॉजिटिव पेशेंट: ऐसे लोग आरटीपीसीआर की रिपोर्ट में नेगेटिव आ जाते हैं लेकिन इनमें सभी लक्षण कोरोना के होते हैं। कई बार सैंपल सही ना लिया जाए या मशीन की वजह से रिपोर्ट नेगेटिव आती है। ऐसे लोगों को ऑक्सीजन की ज़रुरत पड़ती है। सीटी स्कैन एवं एंटीजन टेस्ट में कोरोना पकड़ में आता है।
इनमें कोई लक्षण नहीं थे फिर भी कोरेाना
1. लक्षण नहीं थे, पहले पॉजिटिव आया फिर नेगेटिव
मैंने कोरोना की रिपोर्ट 3 मार्च को करवाई थी जिसमें में पॉजिटिव आ गया था। मुझमें कोरोना का एक भी लक्षण नहीं दिखाई दिया था तो मैंने तीन दिन बाद फिर से रिपोर्ट करवाई। इसके बाद रिपोर्ट नेगेटिव आ गई।
डॉ. संदीप भाकर, जनरल एंड लेप्रोस्कोपिक सर्जन।
2. कोरोना के कोई लक्षण नहीं, फिर भी पॉजिटिव आई
मैंने 25 मार्च, 31 मार्च और 6 अप्रैल को कोरोना का टेस्ट करवाया था। तीनों ही बार ही रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। मेरा शरीर एकदम स्वस्थ है और कोरोना के कोई लक्षण तक नहीं हैं।
विजय पेशवानी, एसडीएम कॉलोनी।
एक्सपर्ट व्यू: सीटी स्कैन में भी कोरोना के कोई लक्षण नहीं दिखते: रेडियोलॉजिस्ट
इन दिनों सीटी स्कैन करवाने के लिए काफी संख्या में लोग आ रहे हैं। सभी की एक ही शिकायत है कि उनकी रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव है और वे सीटी स्कैन के जरिए इसे पुख्ता करना कहते हैं। दरअसल, वे अपने फेफड़ों और अंदरूनी अंगों की स्थिति ही देखना चाहते हैं। सीटी स्कैन की रिपोर्ट में भी कोरोना के लक्षण नहीं दिखाई देते। सभी को मास्क और सेनिटाइजर का इस्तेमाल करना चाहिए।
डॉ. नरेश संकलेचा, रेडियोलाजिस्ट।
कोरोना की रोकथाम के लिए वैक्सीन ही उपाय, सावधान रहें और मास्क जरूर पहने: सीएमएचओ
ऐसा बहुत बार होता है जब व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव होता है और रिपोर्ट उसकी नेगेटिव आती है। जो लक्षण नहीं प्रकट करते वे लोग भी कोरोना पॉजिटिव हो सकते हैं। इसलिए सभी को इस समय सावधानी बरतनी चाहिए। मास्क का इस्तेमाल हर समय करना चाहिए। इसके साथ ही अधिक से अधिक लोगों को वैक्सीन लगानी चाहिए ताकि जनहानि से बचा जा सके। वैक्सीन ही कोरोना की रोकथाम का उपाय है।
डॉ. नवनीत शर्मा, सीएमएचओ, हनुमानगढ़।
वैक्सीनेशन के प्रति जागरुक हो रहे लोग 7844 ने लगाई वैक्सीन
शिक्षा विभाग के कर्मियों ने भी वैक्सीनेशन में उत्साह से भाग लिया। कोविड प्रभारी डॉ. रविशंकर शर्मा ने बताया कि गुरुवार को 45 से 59 वर्ष की आयु के 5 हजार 357 नागरिकों और 60 वर्ष की अधिक की आयु के 2 हजार 372 बुजुर्गों ने वैक्सीन लगवाई।
शिक्षा विभाग के कार्मिकों को शुक्रवार को भी वैक्सीन लगाईं जाएगी। विदित रहे कि जिले में अब तक 45 से 59 वर्ष की आयु के 44 हजार 856 और 60 वर्ष की अधिक की आयु के 85 हजार 846 बुजुर्गों ने वैक्सीनेशन करवा लिया है। बीते दो दिनों में लोग अपने आप ही वैक्सीन लगवाने के लिए आगे आ रहे हैं। जिले के 115 चिकित्सा संस्थानों पर कोविड वैक्सीनेशन किया जा रहा है।
पॉजिटिव - आपका संतुलित तथा सकारात्मक व्यवहार आपको किसी भी शुभ-अशुभ स्थिति में उचित सामंजस्य बनाकर रखने में मदद करेगा। स्थान परिवर्तन संबंधी योजनाओं को मूर्तरूप देने के लिए समय अनुकूल है। नेगेटिव - इस...
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