कार्रवाई:रायसिंहनगर क्षेत्र की 6 पंचायतों में 82 लाख के भ्रष्टाचार और गबन का जांच में खुलासा, दोषी ग्राम सचिव निलंबित

श्रीगंगानगर3 वर्ष पहले
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  • सरपंचों की शिकायत पर कमेटी गठित कर निर्माण कार्याें की जांच करवाने पर भारी भ्रष्टाचार का खुलासा हुआ

रायसिंहनगर क्षेत्र की छह ग्राम पंचायताें- पांच टीके, सांवतसर, गंगूवाला, छह जेकेएम, श्यामगढ़ व ठाकरी में करवाए गए विकास कार्याें में 82 लाख 27732 रुपए के भ्रष्टाचार व गबन का खुलासा हुआ है। सरपंचाें की शिकायत पर जिला परिषद सीईओ ने रायसिंहनगर पंचायत समिति विकास अधिकारी के माध्यम से कर्मचारियाें की कमेटी गठित कर निर्माण कार्याें की जांच करवाई ताे भारी भ्रष्टाचार का खुलासा हुआ है।

इस मामले में दाेषी ग्राम विकास अधिकारी धीरजकांत काे सीईओ ने तुरंत प्रभाव से निलंबित कर जिला परिषद में उपस्थिति दर्ज करवाने के निर्देश दिए हैं।  ग्राम विकास अधिकारी की ओर से पंचायताें में करवाए गए विकास कार्याें में भारी भ्रष्टाचार कर राजकाेष काे हानि पहुंचाने, नवनिर्वाचित सरपंचाें के अधिकाराें पर अतिक्रमण करने व स्थानांतरण के बाद भी संबंधित ग्राम विकास अधिकारियाें काे रिकाॅर्ड नहीं साैंपने की शिकायत पर जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने ग्राम विकास अधिकारी धीरजकांत की ओर से छह पंचायताें में तैनात रहने के दाैरान करवाए गए विकास कार्याें व रिकाॅर्ड की जांच रायसिंहनगर पंचायत समिति के सहायक विकास अधिकारी, तकनीकी सहायक व संबंधित ग्राम पंचायत के ग्राम विकास अधिकारियाें की कमेटी गठित कर प्रारंभिक जांच करवाई। 

प्रारंभिक जांच में ग्राम पंचायत सांवतसर, गंगूवाला, पांच टीके, छह जेकेएम, श्यामगढ़ व ठाकरी में धीरजकांत ने तैनात रहने के दाैरान का रिकाॅर्ड व चार्ज का लेनदेन नहीं किया। इससे नवनिर्वाचित जनप्रतिनिधियाें के निर्वाचन के बाद से ही काम संपादन शुचारू रूप से नहीं हाे पाया। 

ग्राम सचिव धीरजकांत ने पंचायतों में तैनात रहने के दाैरान का रिकाॅर्ड व चार्ज का लेनदेन नहीं किया

ग्राम पंचायत 5 टीके 

  • चार्ज का लेनदेन नहीं किया गया, राेकड़ पुस्तिका भी संबंधित ग्राम सचिव काे नहीं साैंपी, कार्य पत्रावलियां अधूरी पाई गईं। बिल वाउचर सलंग्न नहीं है।
  • तीन पुलिया निर्माण कार्य माैके पर करवाए ही नहीं गए जबकि 79916 रुपए राशि सरकारी खजाने से उठा ली।
  • विधायक काेटे से कमरा मय बारामदा निर्माण कार्य अधूरा पाया गया। व्यय राशि का राेकड़ पुस्तिका में भी अंकन स्पष्ट नहीं है।

ग्राम पंचायत श्यामगढ़

  • ग्राम विकास अधिकारी धीरजकांत के कार्यकाल का रिकाॅर्ड पंचायत से गायब है। कार्याें के भाैतिक सत्यापन में इंटरलाॅकिंग सड़क व मिट्टी भर्ती व बारामदा निर्माण के लिए सरकारी खजाने से 674481 रुपए निकाले गए, लेकिन माैके पर कार्य अधूरा पाया गया।
  • शमशान भूमि चारदीवारी मय गेट निर्माण पेटे 164700 रुपए उठाए गए, लेकिन माैके पर कार्य नहीं करवाया।

ग्राम पंचायत 22 पीटीडी

  • पंचायत रिकाॅर्ड के चार्ज का लेनदेन नहीं किया गया। इस ग्राम विकास अधिकारी के कार्यकाल में स्वीकृत 17 कार्याें में से 10 कार्य माैके पर नहीं पाए गए। इस कार्य की एवज में सरकारी खजाने से 22 लाख,52700 रुपए का भुगतान उठाया जा चुका है। तीन कार्य माैके पर अधूरे पाए गए, जिसकी एवज में 12 लाख 93900 रुपए का भुगतान उठाया गया।
  • सामुदायिक शाैचालय निर्माण की एवज में 73565 रुपए सरकारी खजाने से निकाले गए, जबकि माैके पर निर्माण कार्य ही नहीं करवाया गया।

 ग्राम पंचायत छह जेकेएम

  • इंटरलाॅकिंग सड़क निर्माण सुखराम की ढाणी से जयसिंह तक के पेटे 4 लाख 25 हजार रुपए की राशि व्यय की गई, जबकि माैके पर कार्य नहीं है। धनपत की ढाणी से सुखराम की ढाणी तक इंटरलाॅकिंग सड़क निर्माण 4 लाख 25 हजार रुपए व्यय किए गए। माैके पर काम नहीं हुआ। सड़क निर्माण पुलिया से लेकर धनपत की ढाणी तक सड़क निर्माण का कार्य अधूरा पाया गया जबकि 4 लाख 25 हजार रुपए व्यय दिखाया गया।
  • पक्की डिग्री निर्माण कार्य पेटे 62 हजार रुपए राशि कागजाें में व्यय की गई। माैके पर काम नहीं हुआ। चक सात जेकेएम में पक्की डिग्गी निर्माण की एवज में एक लाख,12 हजार रुपए उठाए गए, माैके पर कार्य नहीं हुआ। पांच जेकेएम में भी एक लाख 12 हजार रुपए का डिग्गी निर्माण पर व्यय दिखाया गया माैके पर कार्य नहीं है। उक्त कार्याें में ग्राम विकास अधिकारी धीरजकांत व तत्कालीन सरपंच काे संयुक्त रूप से दाेषी माना गया है।

ग्राम पंचायत गंगूवाला

  • ग्राम विकास अधिकारी धीरजकांत ने अपने कार्यकाल का रिकाॅर्ड चार्ज में नहीं दिया। निर्माण कार्याें की एवज में किए गए भुगतान का अंकन भी रिकाॅर्ड में स्पष्ट नहीं है।
  • पंचायत का मूल रिकाॅर्ड भी चार्ज में धीरजकांत ने स्थानांतरण के बाद संबंधित ग्राम विकास अधिकारी काे नहीं दिया गया है।

ग्राम पंचायत ठाकरी: खजाने से रुपए निकाले गए पर कार्य ही नहीं करवाया गया

1. कानाराम के घर से प्रेम सुथार के घर तक सड़क निर्माण की एवज में 4 लाख 60366 रुपए उठाए गए। मदन के घर से हनुमान के घर तक सड़क निर्माण के पेटे 5 लाख 20366 रुपए उठाए गए। राजपाल के घर की तरफ इंटरलाॅकिंग सड़क निर्माण पेटे 65038 रुपए उठाए गए। मनीराम के घर से गाेकुल के घर तक सड़क निर्माण पेटे 3 लाख 22500 रुपए, सुनारावाली ढाणी में डिग्गी निर्माण पेटे एक लाख 30 हजार, पाइप लाइन बिछाने के लिए 2 लाख 20 हजार रुपए सरकारी खजाने से निकाले गए जबकि माैके पर कार्य ही नहीं करवाया गया।

3. जाेहड़ निर्माण व पाइप लाइन बिछाने के एवज सरकारी खजाने से चार लाख 9200 रुपए निकाले गए, जबकि माैके पर कार्य अधूरा पाया गया। जांच कमेटी ने इसे भी निष्फल व्यय माना है। इन कार्याें में भी सरपंच व ग्राम विकास अधिकारी काे संयुक्त रूप से दाेषी माना गया है।

रिकाॅर्ड हासिल कर करवाई जाएगी विस्तृत जांच

  • उक्त पंचायताें का ग्राम विकास अधिकारी धीरजकांत से रिकाॅर्ड हासिल कर विस्तृत जांच करवाई जाएगी। प्रारंभिक जांच रिपाेर्ट में दाेषी पाए जाने पर उसे निलंबित कर जिला परिषद में उपस्थिति देने के लिए निर्देशित किया गया है।- महावीर सिंह, मुख्य कार्यकारी अधिकारी, जिला परिषद, श्रीगंगानगर।