पाएं अपने शहर की ताज़ा ख़बरें और फ्री ई-पेपर
Install AppAds से है परेशान? बिना Ads खबरों के लिए इनस्टॉल करें दैनिक भास्कर ऐप
गर्मी बढ़ने के साथ अब कोरोना के लक्षण भी बदल रहे हैं। अब कोरोना में सामान्य लक्षण बुखार, जुकाम, गले और सांस की तकलीफ होने के साथ रोगियों को दस्त भी लग रहे हैं। जनवरी से लेकर मार्च के दूसरे सप्ताह तक ज्यादातर कोरोना संक्रमित लोगों को लक्षण प्रतीत नहीं हो रहे थे। अब काेराेना स्ट्रेन बदलने के साथ 10 में से 6 रोगियों को निमोनिया हो रहा है।
फेफड़ों का संक्रमण बढ़ रहा है। सोमवार को जिले में 25 नए कोरोना पॉजिटिव रोगी मिले। अब भर्ती रोगियों की संख्या भी 19 हो चुकी है। जिले में पॉजिटिव रोगियों की संख्या 203 तक पहुंच चुकी है। रिकवरी रेट भी कम हो रहा है। डॉक्टर्स के अनुसार कोरोना की दूसरी लहर चल रही है। लोगों को सचेत रहते हुए कोरोना से बचाव की गाइड लाइन की पालना करनी चाहिए। डाॅक्टर्स के अनुसार जनवरी व फरवरी में नए रोगियों की संख्या कम रहती थी। तब सामान्य रोगी ही होते थे। ज्यादातर को तो लक्षण भी महसूस नहीं होते थे। अब कोरोना वायरस भी अपना स्ट्रेन बदल रहा है। रोगियों को तकलीफ बढ़ रही है। फेफड़ों में ज्यादा संक्रमण हो रहा है। ऐसी परिस्थितियां अक्टूबर व नवंबर 2020 में थी। तब विशेषज्ञों का मानना था कि कोरोना अपना स्ट्रेन बदल रहा है। इससे नए लक्षण दे रहा है।
जिला अस्पताल के कोविड प्रभारी डॉ. केएस कामरा के अनुसार अब कोरोना रोगियों को निमाेनिया हो रहा है। ज्यादातर रोगियों का सीटी स्कोर 5/18 से 22 तक भी आ रहा है। डॉ. कामरा के अनुसार ये संक्रमण ज्यादा होने का सूचक है। फेफड़ों में ज्यादा संक्रमण होने की वजह से रोगियों को सांस में तकलीफ हो रही है। ऐसे रोगियों का ऑक्सीजन सेचुरेशन कम होने की वजह से आॅक्सीजन की लगाने की जरूरत पड़ रही है। जिला अस्पताल में भर्ती 15 पॉजिटिव रोगियों में से 6 ऑक्सीजन पर हैं। जन सेवा कोविड अस्पताल के इंचार्ज व चेस्ट फिजिशियन डॉ. संजय सोलंकी के अनुसार कोरोना रोगियों को चार महीने पहले की तरफ सांस की ज्यादा तकलीफ के साथ निमोनिया होने की वजह वायरस का स्ट्रेन बदलना है। डॉ. सोलंकी के अनुसार ऐसी परिस्थितियों में लोगों को संक्रमण से बचने के लिए ज्यादा सावधानी बरतने की जरूरत है।
एक सप्ताह में 126 रोगी, रिकवरी प्रतिशत 1.31 तक गिरा
पिछले एक सप्ताह में जिले में 126 नए कोरोना रोगी मिले हैं। अप्रैल के पहले पांच दिनों में 97 रोगी मिलने से प्रतिदिन का औसत 20 रोगी तक पहुंच चुका है। जो मार्च के प्रतिदिन के औसत 5 रोगियों के मुकाबले चार गुणा ज्यादा है। स्वास्थ्य विभाग की रिपाेर्ट के अनुसार एक सप्ताह पूर्व जिले का रिकवरी प्रतिशत 97.81 था। जो अब 1.31 प्रतिशत गिरावट के साथ 96.50 तक हो चुका है। यानी रोगी पहले की अपेक्षा देरी से कोरोना मुक्त हो रहे हैं।
बचाव के ये तीन नुस्खे
मास्क
ट्रिपल लेयर का मास्क लगाएं। इससे मुंह और नाक को अच्छी तरह से कवर करना चाहिए। इससे संक्रमण फैलने का खतरा बहुत कम रहता है।
सेनेटाइजर
स्वच्छता जरूरी है। घर पर हो तो बार-बार साबुन से हाथ धाेते रहें। साबुन की झाग हाथों पर 20 सेकंड तक मलने के बाद पानी से धोएं। सेनेटाइजर से भी हाथ साफ किए जा सकते हैं।
सोशल डिस्टेंसिंग
भीड़ में संक्रमण फैलने की आशंका ज्यादा रहती है। भीड़ में जाने की बजाय सोशल डिस्टेंसिंग की पालना की जानी चाहिए।
पॉजिटिव- कुछ रचनात्मक तथा सामाजिक कार्यों में आपका अधिकतर समय व्यतीत होगा। मीडिया तथा संपर्क सूत्रों संबंधी गतिविधियों में अपना विशेष ध्यान केंद्रित रखें, आपको कोई महत्वपूर्ण सूचना मिल सकती हैं। अनुभव...
Copyright © 2020-21 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.