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ये है श्रीगंगानगर का 19 साल का बेटा शुभम तंवर। पिता मोहनसिंह तंवर पुलिस लाइन में कांस्टेबल हैं। दादा मामराजसिंह भी कांस्टेबल थे। आज पूरा श्रीगंगानगर शुभम पर नाज कर रहा है। कारण- शुभम भारतीय थल सेना में लेफ्टिनेंट बन गया है। इससे भी बड़ी उपलब्धि यह है कि देशभर में 90 युवा लेफ्टिनेंट पद के लिए चयनित हुए हैं, जिसमें शुभम की 13वीं रैंक है।
इलाहाबाद सेंटर में सेना ने 5 दिन तक शुभम की कड़ी परीक्षा ली। इसमें 210 युवाओं को बुलाया गया था, जिनमें केवल शुभम का ही चयन हुआ। अब शुभम अगस्त में लेफ्टिनेंट ट्रेनिंग के लिए बिहार जाएगा। अब आप सफलता की पूरी कहानी शुभम से ही जानिए...
शुभम बोला- पापा ने कहा था कि पूरी ईमानदारी व मेहनत से पढ़ाई करना, इसी को बनाया मैंने सफलता का सूत्र
पिता मोहनसिंह तंवर पुलिस में हैं और हम शुरू ही पुलिस लाइन में रहते हैं। बचपन से पिता को देखता आया हूं, वो कैसे मेहनत व ईमानदारी से अपनी ड्यूटी करते हैं। लाइन में जब भी बड़े अफसर आते थे तो मैं उन्हें देखने जाता। उनके कंधों पर लगे स्टार मुझे बहुत प्रेरित करते और मैं यही सोचता कि मेरे कंधों पर स्टार कब लगेंगे।
मैंने पिता को अपने सपने के बारे में बताया तो उन्होंने मुझे एक ही गुर दिया कि ईमानदारी व मेहनत से पढ़ाई करो। कामयाबी मिल जाएगी। पिता की कही इसी बात को मैंने अपनी जिंदगी का सूत्र बना लिया। मैंने गुड शैपर्ड स्कूल से 10वीं पास करने के बाद नॉन मेडिकल मैँ पढ़ाई की। 12वीं में मेरे 93.8 प्रतिशत अंक आए।
12 वीं पास करने के बाद मैंने टीईएस (टेक्निकल एंट्री स्कीम) के लिए आवेदन कर दिया और उसकी तैयारी में जुट गया। मेरी तैयारी में मेरी मैडम मिस पूजा कुल्हरी ने काफी मदद की। 12वीं में मेरे नंबर अच्छे थे, जिसके कारण मुझे 5 दिन की परीक्षा में इलाहाबाद (यूपी) में बुलाया गया। हमारे बैच में करीब 210 अभ्यर्थी थे।
इन पांच दिनाें में एसएसबी इंटरव्यू में हमें साइकोलॉजिकल टेस्ट, ग्रुप टेस्ट एवं इंटरव्यू, मेडिकल, फिटनेस से गुजरना होता है और खास बात है कि इस बैच में मात्र मेरा ही चयन हुआ। शुक्रवार को जब रिजल्ट घोषित किया तो सबसे पहले मैंने मम्मी रेखा कंवर को बताया तो उनकी आंखों से आंसू रुक ही नहीं रहे थे।
उसके बाद मैंने मोबाइल से पिता को सूचना दी कि मेरा चयन हो गया है। पिता तुरंत घर आए और बोले- कि मेरा सपना सच हो गया। अब कॉल लेटर आ गया है और मैं 3 अगस्त को बिहार में लेफ्टिनेंट की ट्रेनिंग के लिए जा रहा हूं। खुशी है कि आज एक कांस्टेबल के बेटे का लेफ्टिनेंट पद पर चयन हुआ है। युवाओं को यहीं संदेश देना चाहता हूं, जो सपना देखो, उसे साकार भी करो। इसके लिए पूरी लगन, मेहनत और ईमानदारी से काम करो। अंतत: जीत आपकी ही होगी।
12वीं बाद आप भी ऐसे कर सकते हैं आवेदन
यह है टीईएस एग्जाम|इंडियन आर्मी 12वीं पास युवाओं के लिए टेक्निकल एंट्री स्कीम / टीईएस (TES) के माध्यम से भर्ती करती है, आर्मी द्वारा निर्धारित कोर्स पूरा करने के बाद उम्मीदवार को सेना में सीधे लेफ्टिनेंट के पद पर नियुक्ति दी जाती है।
मैथ्य, फिजिक्स, केमिस्ट्री में 70% अंक|आर्मी के इस कोर्स के लिए युवाओं को मान्यता प्राप्त संस्थान / यूनिवर्सिटी अथवा बोर्ड से मैथ्स, फिजिक्स, केमिस्ट्री विषयों के साथ न्यूनतम 70% अंक लेकर 12वीं उत्तीर्ण होना आवश्यक है। इसके बारे में युवा इंडियन आर्मी की वेबसाइट www.joinindianarmy.nic.in के माध्यम से भी जानकारी ले सकते हैं।
आयु सीमा और शारीरिक माप दंड:जनवरी और जुलाई की पहली तारीख को 16.5 वर्ष से लेकर 19.5 वर्ष के मध्य। हाईट: 157.5 सेमी. वजन और सीना अनुपात में फुलाव 05 सेमी।
एसएसबी के माध्यम से इंटरव्यू| उम्मीदवारों का चयन सर्विस सेलेक्शन बोर्ड (SSB) द्वारा इंटरव्यू के माध्यम से किया जाता है। परीक्षा में प्राप्त अंकों के कट ऑफ/ प्रतिशत के आधार पर उम्मीदवारों को एसएसबी के लिए कॉल किया जाता है और इसकी सूचना उम्मीदवार को ई-मेल/ एसएमएस के माध्यम से दी जाती है।
एसएसबी का आयोजन आर्मी स्टेशन इलाहाबाद, भोपाल, बेंगलुरू और कपूरथला में होता है। एसएसबी इंटरव्यू प्रक्रिया की अवधि पांच दिन की होती है। एसएसबी इंटरव्यू में उम्मीदवार को साइकोलॉजिकल टेस्ट, ग्रुप टेस्ट एवं इंटरव्यू से गुजरना होता है। एसएसबी इंटरव्यू में सफल अभ्यर्थियों का मेडिकल टेस्ट होता है और फिर सीधे उनका चयन हो जाता है।
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