किसानों में रोष:किसान नेताओं पर मामले दर्ज होने का विरोध, सत्रह को पंचायत कर जताया जाएगा आक्रोश

श्रीगंगानगर2 वर्ष पहले
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पदमपुर में आक्रोश जता रहे किसान।  ( फाइल फोटो ) - Dainik Bhaskar
पदमपुर में आक्रोश जता रहे किसान। ( फाइल फोटो )

बीजेपी वर्किंग कमेटी की बैठक के बाहर नेताओं और रोकने और काले झंडे दिखाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। जहां एक ओर जिले में जिला प्रभारी और नोखा विधायक बिहारीलाल बिश्ननोई को लेकर इलाके विभिन्न संगठनों में रोष है, वे बैठकें कर रहे हैं वहीं किसान संगठनों ने भी अब आक्रोश जताना शुरू कर दिया है। किसान नेताओं का कहना है कि उनके खिलाफ लगाए गए आरोप निराधार हैं।

सत्रह को होगी किसान पंचायत
इस संबंध में किसान प्रतिनिधियों ने सत्रह जुलाई को पदमपुर की धानमंडी में पंचायत बुलाई है। पूर्व विधायक हेतराम बेनीवाल और अन्य किसान नेताओं ने मंगलवार को कहा कि किसान नेताओं के खिलाफ छेड़छाड़ के आरोप में मुकदमें दर्ज किए गए हैं, जो कि गलत हैं। उनका कहना था कि जिस समय किसानों ने प्रदर्शन किया, उस समय पुलिस के कई उच्च अधिकारी मौके पर मौजूद थे, उन्होंने संबंधित के खिलाफ कार्रवााई क्यों नहीं की।

हम बनाएंगे आगे की रणनीति
उन्होंने कहा कि किसान सत्रह जुलाई को पदमपुर की धानमंडी में पंचायत बुलाएंगे तथा इसमें आगे के आंदोलन की रणनीति तैयार की जाएगी। उल्लेखनीय है कि रविवार को पदमपुर में बीजेपी वर्किंग कमेटी की बैठक के दौरान किसानों ने भाजपा नेताओं को बैठक में प्रवेश से रोक दिया था। उसके बाद एक महिला कार्यकर्ता की ओर से किसान नेताओं के खिलाफ कई आरोप लगाते हुए मामला दर्ज करवाया गया था।