टोंक के देवली थाना क्षेत्र में मंगलवार देर शाम 2 सगी बहनों सहित तीन मासूम बच्चियां नाडी में डूब गईं। तीनों खेलने निकली थीं और यह हादसा हो गया। बच्चियों की मौत की खबर से पूरे गांव में मातम का माहौल हो गया। अंधेरा होने के कारण गांववालों को तालाब से शव निकालने में मशक्कत करनी पड़ी।
ये बच्चियां 26 जनवरी को स्कूल के फंक्शन में भाग ले रही थीं। तीनों उसकी तैयारी भी कर रही थीं। इत्तेफाक देखिए कि कल ही देशभर में बालिका दिवस मनाया गया, यहां राजस्थान में दो परिवारों पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा।
देवली थानाधिकारी जगदीश प्रसाद ने बताया कि कल्याणपुरा गांव निवासी दो सगी बहने किरण मीणा (9), रिया मीणा (7) पुत्री नंदकिशोर मीणा और टीना (10) पुत्री मुकेश धाकड़ गांव के स्कूल में पढ़ती थीं। स्कूल से लौटने के बाद तीनों बच्चियां परिजनों को बाहर खेलने की बात कहकर निकली थी, लेकिन देर शाम तक वापस नहीं लौटकर नहीं आईं।
इस पर परिजन उनको तलाशते हुए सरकारी स्कूल के पास बनी नाडी के पास पहुंचे तो उनकी चप्पलें पानी में तैरती मिलीं। इस पर परिजनों और ग्रामीणों को शक हुआ। जब तलाश की तो रिया और किरण के शव नजर आए, लेकिन टीना का शव नहीं मिला। इधर, हादसे की सूचना पर मौके पर लोगों की भीड़ जमा हो गई।
अंधेरा होने के चलते शव निकालने में हुई परेशानी
घटना की सूचना पर देवली थाना पुलिस मौके पर पहुंची और तीसरी बच्ची के शव का काफी देर तक तलाश किया। घटनास्थल पर बिजली व्यवस्था नहीं होने से शव ढूंढने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी। इसके बाद मौके पर बिजली की व्यवस्था के लिए मरकरी लाइट लगवाई गई और टॉर्च की मदद से शव को ढूंढा गया। पुलिस ने रात करीब 8.30 बजे शव निकालकर मॉर्च्युरी में रखवाया और बुधवार सुबह पोस्टमॉर्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिए।
गणतंत्र दिवस पर कार्यक्रम में ले रही थीं हिस्सा
परिजनों ने बताया कि तीनों बालिकाएं गणतंत्र दिवस कार्यक्रम में हिस्सा ले रही थीं। इसे लेकर वह ड्रेस आदि की तैयारियों को लेकर जुटी हुई थीं। स्कूल से आने के बाद तीनों खेलने के लिए घर से निकली थीं। ग्रामीणों ने बताया कि जिस जगह बालिकाएं डूबीं, वहां नाडी की गहराई करीब 8 से 10 फीट थी। ग्रामीणों ने बताया कि नाडी के पास करीब 5 फीट लंबा सांप बैठा हुआ था। संभवत: तीनों बच्चियां सांप को देखकर डर गई होगी और फिसलकर नाडी में गिर गई होंगी।
2 सगी बहनें और तीसरी पड़ोस में रहती थी
किरण और रिया दोनों सगी बहनें थीं, जबकि टीना पास के मकान में रहती थी। तीनों बच्चियां राजकीय प्राथमिक विद्यालय खेड़ा गांवड़ी कल्याणपुरा में पढ़ती थीं। रिया पहली क्लास, किरण तीसरी क्लास और टीना तीसरी क्लास में पढ़ती थी। तीनों साथ ही स्कूल जाती थी। किरण और रिया के एक 3 साल का छोटा भाई दक्ष है और पिता नंदकिशोर मीणा देवली उपखंड क्षेत्र के मालेडा गांव के स्कूल में सरकारी टीचर है। टीना के एक बड़ा भाई कृष्ण नागर (12) है और माता-पिता खेती का काम करते हैं।
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