टोंक के झिलाई गांव के युवक की मौत के मामले में परिजनों ने श्मशान में शव रखकर तीन घंटे तक प्रदर्शन किया। परिजनों ने जहरीला पदार्थ खिलाकर हत्या का आरोप लगाया। वहीं शव का दोबारा पोस्टमार्टम होने के बाद परिजन मुआवजे की मांग को लेकर फिर से धरने पर बैठ गए। करीब एक घंटे बाद अधिकारियों द्वारा मुआवजा दिलाने का आश्वासन मिलने पर ग्रामीण शव को उठाकर गांव ले गए।
परिजनों का कहना है कि उनके बेटे संदीप सिंह को आरोपियों ने लूट के इरादे से जहरीला पदार्थ खिलाकर हत्या कर दी। हत्यारों की गिरफ्तारी और मेडिकल बोर्ड से दोबारा पोस्टमार्टम करवाने की मांग की। इसकी सूचना मिलने के बाद डीएसपी प्रदीप गोयल, तहसीलदार प्रांजल कंवर मौके पर पहुंचे और लोगों से जानकारी ली। बाद में अधिकारियों ने शव को परिजनों की इच्छानुसार टोंक अस्पताल लाकर उनकी मौजूदगी में दोबारा मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाया। फिर उसे शाम करीब 6 बजे परिजनों को सौंपा। ग्रामीणों ने बताया कि मृतक के परिजनों की हालत काफी दयनीय है। घर में कमाने वाला एक ही था। ऐसे में इस परिवार को मुआवजा दिया जाए। इस पर अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि हर संभव मुआवजा दिलाने के प्रयास किए जाएंगे।
मुआवजे की मांग को लेकर प्रदर्शन
सब इंस्पेक्टर अरविंद लक्षकार ने बताया कि झिलाई निवासी उदयसिंह राजावत पुत्र शिवराज सिंह ने मुकदमा दर्ज करवाया है कि उसका पुत्र संदीप सिंह राजावत (20) जयपुर में काम करता था। वह बुधवार दोपहर करीब 12 बजे गांव आया था। इस दौरान उसे झिलाय के ही हनीफ और अनीस पुत्र मदारी और दो-तीन लोगों ने लूटने के लिए नशीला पदार्थ पिला दिया। जिससे उसकी तबीयत बिगड़ गई और वह बेहोश हो गया। परिजनों ने युवक को बेहोशी की हालत में स्थानीय अस्पताल में भर्ती करवाया। जहां से डॉक्टरों ने उसे निवाई रेफर कर दिया। निवाई में भी डॉक्टरों ने उसका प्राथमिक इलाज कर गंभीर हालत में टोंक रेफर कर दिया। जहां बुधवार रात उसकी मौत हो गई। गुरुवार सुबह सआदत अस्पताल में पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया। शव झिलाय पहुंचने के बाद श्मशान घाट ले गए। इस दौरान परिजनों ने शव को रखकर पोस्टमार्टम मेडिकल बोर्ड से दोबारा करवाने और आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग की। तीन घण्टे बाद डीएसपी और तहसीलदार मौके पर पहुंचे और शव का दोबारा पोस्टमार्टम करवाने के लिए टोंक भिजवा दिया। जहां शाम करीब 6 बजे उसका मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम कर दिया। पुलिस ने शव को परिजनों को सौंप दिया। जिसके बाद परिजनों ने शव को रास्ते में रखकर मुआवजे की मांग की। करीब एक घंटे बाद अधिकारियों द्वारा मुआवजा दिलाने का आश्वासन मिलने पर ग्रामीण शव को उठाकर गांव ले गए।
वीडियो, इनपुट: कुलदीप पारीक, झिलाई
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