टोंक जिले के अलीगढ़ थाने में 14 लोगों के खिलाफ 54 लाख 23 हजार 799 रुपए हड़पने का मामला दर्ज हुआ है। भूमि विकास बैंक के मैनेजर चौथमल सैनी ने इन लोगों के खिलाफ केस दर्ज कराया है। इन लोगों ने बैंक से लोन लिया था। इसके बदले इन्होंने अपनी जमीन बैंक को गिरवी रखी थी। कुछ समय बाद इन लोगों ने फर्जी तरीके से कागजात बनाकर पटवारी से जमीन के रिकॉर्ड में से गिरवी मुक्त करवा लिया। दस्तावेजों की जांच पड़ताल करने पर इनकी जमीन रहन मुक्त दर्शाई गई तो बैंक मैनेजर ने केस दर्ज करवाया। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
थाना प्रभारी अयूब खान ने बताया कि उनियारा भूमि विकास बैंक से चोरू निवासी सुंदरलाल पुत्र लक्ष्मण, मनराज पुत्र रामपाल नायक, राजाराम पुत्र रामपाल रमेश, रमेश पुत्र रामपाल, बजरंगा पुत्र बंशी मीणा लसाडिया, जमुना लाल पुत्र चतरा मीणा, लड्डू पुत्र किशन लाल मीणा, बिलासी पुत्री किशन लाल मीणा, रामपाल पुत्र जयनारायण मीणा, श्योराज पुत्र जयनारायण मीणा, लाड बाई पुत्री जयनारायण मीणा, रामकन्या पुत्री जयनारायण मीणा, गनदोडी पुत्र जयनारायण मीणा, रामनिवास पुत्र रामचंद्र मीणा ने 2009 में लोन लिया था। इसके बदले इन लोगों ने अपनी जमीन को भूमि विकास बैंक के गिरवी रखा था। समय पर लोन जमा नहीं कराने इन पर 54 लाख 23 हजार 799 रुपए का कर्ज चढ़ गया और इसे जमा कराने का समय भी खत्म हो गया। जब बैंक की ओर से इनको लोन जमा कराने के लिए कहा गया तो भी यह टालते रहे। इस बीच जब पैंक प्रबंधन ने जांच पड़ताल तो इनकी जमीन रहन मुक्त दर्शाई गई। इन लोगों ने फर्जी तरीके से कागजात बनाकर पटवारी से जमीन के रिकॉर्ड में से रहन मुक्त करवा लिया।
2 से 4 लाख रुपए लिया था लोन
भूमि विकास के ब्रांच मैनेजर चौथमल सैनी ने रिपोर्ट में बताया कि इन आरोपियों ने 2 से 4 लाख रुपए का लोन लिया था। इनमें से अधिकांश लोगों ने भेड़ पालन, डेयरी, पाइप लाइन, फसली लोन लिया था, लेकिन वापस चुकाया नहीं।
इनपुट-: निर्मल गुप्ता, उनियारा
Copyright © 2023-24 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.