20 ठिकानों पर कार्रवाई जारी, एक की तबीयत बिगड़ी:इनकम टैक्स रेड में 170 करोड़ अघोषित संपति और 14 किलो सोने की ज्वेलरी मिली

उदयपुर4 महीने पहले
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एक्मे और अंकुश रियल इस्टेट ग्रुप से जुडे़ पार्टनरर्स से टीमें पूछताछ कर रही है। अब तक टीमों को सर्चिंग में 170 करोड़ से ज्यादा की अघोषित संपति मिली हैं। इसके साथ 14 किलो से ज्यादा की सोने की ज्वैलरी भी मिली है, जिसके कोई वैध दस्तावेज नहीं मिल सके हैं। बुधवार सुबह से यह कार्रवाई चल रही है।

उदयपुर में रियल इस्टेट कारोबारियों पर चौथे दिन भी रेड की कार्रवाई जारी है। एक्मे और अंकुश रियल इस्टेट ग्रुप से जुडे़ पार्टनरर्स से टीमें पूछताछ कर रही है। अब तक टीमों को सर्चिंग में 170 करोड़ से ज्यादा की अघोषित संपति मिली हैं। इसके साथ 14 किलो से ज्यादा की सोने की ज्वैलरी भी मिली है, जिसके कोई वैध दस्तावेज नहीं मिल सके हैं। बुधवार सुबह से यह कार्रवाई चल रही है।

शनिवार को भी 20 से ज्यादा ठिकानों पर पूछताछ हो रही है। इनकम टैक्स की टीमें अपने अंतिम दौर में कारोबारियों को स्टेटमेंट रिकॉर्ड कर रही है। ये कार्रवाई अब एक या दिनों में पूरी हो सकती है। वही शनिवार को पंकज जैन नामक एक पार्टनर की तबीयत बिगड़ने पर उसे अस्पताल में ले जाया गया। उनके भर्ती होने से डिस्चार्ज होने के बाद ही स्टेटमेंट रिकॉर्ड किए जाएंगे।

सवीना में कालूलाल जैन के घर पर टीमों सर्चिंग की कार्रवाई की हैं।
सवीना में कालूलाल जैन के घर पर टीमों सर्चिंग की कार्रवाई की हैं।

दरसअल बुधवार अल सुबह जयपुर समेत कई शहरों की टीमों की सवीना में एक्मे और अंकुश रियल इस्टेट से जुड़े कारोबारियों पर रेड की कार्रवाई शुरू की। ग्रुप के सभी पार्टनर्स के साथ ही करीबी कर्मचारियों से टीमों ने पूछताछ की। इनकम टैक्स के अधिकारियों ने सर्चिंग करते हुए घर-ऑफिस, फार्म हाउस समेत कई ठिकानों पर दबिश दी।

अब इस कार्रवाई में राजस्थान के कई शहरों के साथ ही मुंबई के कई बड़े प्रोजेक्ट में इन्वेस्टमेंट से जुड़े दस्तावेज इनकम टैक्स के हाथ लगे हैं। इनकम टैक्स को कालूलाल जैन और उसके सहयोगियों 17 से ज्यादा लॉकर अघोषित लॉकर भी मिले हैं। अब तक की ज्यादात्तर अघोषित संपतियां पंकज जैन की मिली है।

सभी जगह टीमें डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन के साथ ही बड़ी प्रॉपर्टी के दस्तावेजों की जांच हो रही है। सॉफ्ट स्टोन कारोबार में इन्वेस्टमेंट के साथ ही मोटे ब्याज पर कई लोगों को लोन देने की फ़ाइलें भी मिली है। पूछताछ के जरिए टीमें हवाला के पैसों से खरीदी गई जमीनो के दस्तावेजों की जांच कर रही है। आय के बारे में विस्तार से जानकारी ले रही हैं।

एक्मे ग्रुप के पास कई लोगों का पैसा लगा हुआ हैं।
एक्मे ग्रुप के पास कई लोगों का पैसा लगा हुआ हैं।

उदयपुर में इन ग्रुप के पास एक हजार करोड़ से ज्यादा की प्रॉपर्टी हैं। उदयपुर के सवीना में रहने वाले कालूलाल जैन की शहर के आस-पास ही 500 करोड़ रूपए से ज्यादा की जमीने है। कालूलाल की काया, बलीचा, तितरडी, नेला में प्रॉपर्टी है। ऋषभदेव में 2 मार्बल माइंस और क्रेशर गिट‌्टी के प्लांट भी है।

वहीं निर्मल जैन और रमेश जैन का उदयपुर में हाउसिंग फाइनेंस का काम ज्यादा है। निर्मल की सवीना में एक्मे रियल एस्टेट का कारोबार है। नेला में उनकी सर्वाधिक जमीन है। हालांकि लंबे समय से उनका कई लोगों से इन्वेस्टमेंट पर विवाद चल रहा है। कालूलाल जैन के जरिये ही निर्मल और रमेश ने प्रॉपर्टी में पैसे इन्वेस्टमेंट किये। लोगों को वक्त पर रिटर्न नहीं मिलने से यह आपसी विवाद चल रहा है। मूल रूप से सराड़ा क्षेत्र के रहने वाले भूपेन्द्र जैन भी बड़ी जमीनों के सौदों में कालूलाल और निर्मल के साथ शामिल हैं। पकंज जैन भी जमीनों से जुडे़ कारोबार ज्यादा करते हैं।

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