जयपुर के बाद उदयपुर में 13 वर्षीय मासूम बच्ची के साथ बेरहमी का मामला सामने आया है। घर का काम सही ढंग से नहीं करने पर बच्ची को गर्म चाकू से दागा गया। उसके मुंह और हाथ-पैर को जला दिया गया। मासूम के साथ मानवता की हदें पार करने वाले आरोपी उसके मौसेरे भाई और भाभी हैं। वे उसे पढ़ाने-लिखाने का कहकर बिहार से उदयपुर से लाए थे।
बच्ची यह अत्याचार कई महीनों से झेल रही थी। मौसेरा भाई उदयपुर में मजदूरी करता है। उसके घर से जाने के बाद भाभी दिनभर उससे घर का काम करवाती थी। कुछ कमी रह जाए तो थप्पड़ों और डंडों से पीटती थी। कई बार गर्म चाकू और चिमटे से बच्ची के हाथ-पैर और मुंह को भी दाग दिया। बच्ची से इस बारे में पूछने पर डर से सहम जाती है। उसे न तो परिजनों से बात करने दिया जाता था और न ही आसपास किसी से।
किसी पड़ोसी से इस बच्ची की जानकारी मिली तो मामला बाल कल्याण समिति तक पहुंचा। चाइल्ड लाइन और सवीना पुलिस की टीम बच्ची के पास रोशननगर में उसके घर पहुंची। बच्ची से बात कर उसे शेल्टर होम भेजा गया।
बाल कल्याण समिति अध्यक्ष ध्रुव कुमार कविया ने बताया कि बच्ची दो साल से यहां रह रही थी। बच्ची के भाई को सब पता था, मगर वो अनजान बना रहा। वह भी बिहार का रहने वाला है और असम की एक युवती से शादी की है।
काउंसिलिंग में सामने आया है कि बच्ची अपने माता-पिता के पास बिहार जाना चाहती है। वहीं, रहकर पढ़ना चाहती है। जल्द ही बाल कल्याण समिति की रिपोर्ट पर सवीना पुलिस मामला दर्ज करेगी। इस मामले की जांच करेगी। बच्ची ने बताया कि उसके 6 भाई-बहन हैं। माता-पिता दोनों मजदूरी करते हैं। समिति को यह भी शक है कि कही बच्ची को खरीदकर तो नहीं लाया गया। इस मामले में बाल कल्याण समिति की रिपोर्ट पर सवीना थाना पुलिस ने आरोपी भाभी सोनी यादव के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। दोपहर बाद पुलिस ने दोनों पति-पत्नी को थाने में बयान के लिए बुलाया। यहां दोनों से पूछताछ की गई।
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