उदयपुर में एक 11 वर्षीय नाबालिग ने नवजात ते जन्म दिया है। बालिका के गर्भवती होने के बाद भी परिजनों ने इस बारे में किसी को नहीं बताया। जब पुलिस को पता चला तो परिजनों से सम्पर्क साधकर मामला दर्ज किया है।
मामला खेरवाड़ा क्षेत्र का है। यहां के गांव में 11 साल की नाबालिग को को प्रसव पीड़ा होने पर 4 दिसम्बर को परिजन डूंगरपुर चिकित्सालय में लेकर गए। जहां पर इस किशोरी ने एक बालिका को जन्म दिया। नाबालिग के प्रसव होने पर चिकित्सालय प्रबंधन ने स्थानीय पुलिस को बताया। स्थानीय पुलिस ने पूछताछ कर खेरवाड़ा थाने में जानकारी दी। इस पर थाने से जाब्ता अस्पताल पहुंचा। पूछताछ की तो किशोरी के पिता ने पिंटू पुत्र रमेश अहारी निवासी कानुवाड़ा कागदर ऋषभदेव के खिलाफ रिपोर्ट दी।
पुलिस ने बताया कि आरोपी गुजरात में रहकर मजदूरी करता है। रिश्तेदार होने के कारण बालिका के घर पर आना-जाना लगा रहता है। आरोपी पिंटू ने बहला-फुसलाकर दुष्कर्म किया, जिससे वह गर्भवती हो गई। एक नवजात कन्या को जन्म दिया है। किशोरी के गर्भवती होने के बाद भी परिजनों ने इस बारे में पुलिस को सूचना तक नहीं दी। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। प्रकरण की जांच डिप्टी विक्रम सिंह कर रहे है।
पुलिस के अनुसार दो तथ्य निकलकर सामने आ रहे हैं। आरोपी द्वारा पीड़िता से दुष्कर्म किया गया हो सकता हैं। जिससे पीड़िता गर्भवती हो गई या फिर प्रेम संबंध के चलते किशोरी गर्भवती हुई हो। पुलिस इन दोनों तथ्यों के आधार पर जांच में जुटी हुई है। बालिका के परिजनों द्वारा यह मामला छुपाए रखा, इसकी मुख्य वजह आरोपी के साथ आपसी समझाईश हो सकती है। फिर भविष्य में पीड़िता की आरोपी के साथ विवाह करने की बात के आधार पर ही परिजनों ने यह जानकारी नहीं दी हो।
इनपुट-हितेश जोशी।
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