उदयपुर के आरएनटी मेडिकल कॉलेज के एमबी हॉस्पिटल, बाल चिकित्सालय और जनाना हॉस्पिटल में करीब 370 रेजिडेंट डॉक्टर्स का चौथे दिन शुक्रवार को भी काली पट्टी बांधकर विरोध जारी रहा। डॉक्टर्स ने आउटडोर में काली पट्टी बांधकर मरीजों का इलाज किया। रेजिडेंट यूनियन ने चेतावनी दी है कि चार दिन में हमें अभी तक सरकार की तरफ से कोई आश्वासन नहीं मिला है। अगर सरकार जल्द हमारी मांगे नहीं मानती है तो हमें मजबूरन कार्य बहिष्कार का कदम उठाना पडेगा। इससे मरीजों को इलाज नहीं मिलने से परेशानी हो सकती है।
यूनियन अपनी मांगों को लेकर आरएनटी मेडिकल कॉलेज प्रिंसिपल डॉ लाखन पोसवाल के जरिए सरकार को अवगत करा चुकी है। रेजिडेंट यूनियन अध्यक्ष डॉ नवरत्न शर्मा ने बताया कि हमारा विरोध सरकार द्वारा मांगे नहीं माने जाने तक जारी रहेगा। इससे पहले कई बार मांग के बावजूद सरकार ने सुनवाई नहीं की है।
ये है रेजिडेंट यूनियन की मांग
रेजिडेंट यूनियन के अनुसार एक तरफ राज्य के करीब 5 हजार से अधिक एमबीबीएस डॉक्टर्स चिकित्सा अधिकारी की भर्ती निकालने और पद संख्या बढ़ाने के लिए आंदोलनरत है। वहीं दूसरी तरफ सरकार उनकी मांगों को दरकिनार करते हुए उनकी योग्यता और संसाधनों की उपलब्धता के वितरित उन पदों पर काम करवाना चाह रही है। बॉन्ड की रूपरेखा तैयार करने के लिए कमेटी गठित की जाए। जिसमे रेजिडेंट डॉक्टर्स के प्रतिनिधियों को शामिल किया जाए।
साथ ही सुपर स्पेशलिटीज में लैटरल एंटी बंद करने की मांग है। यूनियन के अनुसार बॉन्ड नीति जल्दीबाजी और बिना पारदर्शिता के लागू की गई। इसकी विज्ञप्ति जारी होने के बाद भी प्रदेश के सभी मेडिकल कॉलेजों में बिना पारदर्शिता के अभ्यर्थियों को एसआर पदों पर नियुक्त किया जा रहा है।
Copyright © 2022-23 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.