ओड़ा रेलवे ब्रिज ब्लास्ट आरोपियों को उदयपुर लाई एटीएस:कोर्ट में सभी सातों आरोपियों के साइन, फिंगर प्रिंट और लेखनी के सैम्पल लिए

उदयपुर2 महीने पहले
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उदयपुर-अहमदाबाद रेलवे लाइन पर ओड़ा रेलवे ब्रिज को विस्फोटक लगा उड़ाने का प्रयास करने के मामले में गुरुवार को एटीएस की टीम ने सातों आरोपियों को उदयपुर कोर्ट लेकर आई।

उदयपुर-अहमदाबाद रेलवे लाइन पर बने ओड़ा रेलवे ब्रिज पर 12 नवंबर 2022 को ब्लास्ट करने के मामले में गुरुवार को एटीएस की टीम सातों आरोपियों को उदयपुर कोर्ट लेकर आई। यहां उनके हाथों से साइन, फिंगर प्रिंट और लेखनी के सैम्पल लिए गए। जिन्हें जांच के लिए विधि विज्ञान लैब भेज दिया है। अब इन सैंपल का मिलान पहले मौके से सीज किए जा चुके सैम्पल व दस्तावेजों से एफएसएल रिपोर्ट के आधार किया जाएगा। एटीएस इन्हें महत्वपूर्ण साक्ष्य के तौर पर देख रही है क्योंकि इसकी जांच के बाद ही इस मामले में हकीकत सामने आएगी। आरोपियों की घटना में असली भूमिका का पता लग सकेगा। बताया जा रहा है कि पहले सीज किए गए दस्तावेजों में इनके फर्जी साइन होने का अंदेशा है जिसकी सही तरीके से पुष्टि अब हो पाएगी।

एटीएस एडिशनल एसपी ने सैम्पल के लिए कोर्ट में लगाई थी अर्जी
एटीएस के एडिशनल एसपी अनंत कुमार ने उदयपुर कोर्ट में एक एप्लीकेशन लगाई थी कि उदयपुर-अहमदाबाद रेलवे ट्रेक पर ओड़ा में करीब सौ फीट के रेलवे पुल पर डेटोनेटर लगा विस्फोट कर पटरियों को क्षतिग्रस्त किया था। इस मामले में आरोपी लोकेश सोनी, अमित सोनी, भरतराज सेन व अशोक कुमार मीणा न्यायिक अभिरक्षा में हैं। साथ ही आरोपी अक्षय सेन, सुरेश उपाध्याय व देवेन्द्र कुमार डांगी जमानत पर चल रहे हैं। ऐसे में आरोपियों के हाथों से साइन और फिंगर प्रिंट्स लेने है, क्योंकि इन आरोपियों ने फर्जी हस्ताक्षर कर रखे हैं। मामले में इस बात की जांच की जानी जरूरी है।

पीठासीन अधिकारी अवकाश पर होने से लिंक न्यायालय विशिष्ट न्यायाधीश पीसीपीएनडीटी एक्ट प्रकरण के पीठासीन अधिकारी प्रवीण कुमार ने एप्लीकेशन पर सुनवाई की। इस दौरान एटीएस के एएसपी अनंत कुमार ने अभियोजन अधिकारी दिव्यराज सिंह झाला के जरिये 311-ए सीआरपीसी के तहत न्यायिक अभिरक्षा एवं जमानत पर चल रहे सातों आरोपियों के फिंगर प्रिंट व साइन के नमूना लेने की कार्रवाई की। जमानत पर चल रहे तीनों आरोपी अपने अधिवक्ता के साथ न्यायालय में पेश हुए।

बीते साल 31 अक्टूबर को पीएम मोदी ने किया था रेलवे लाइन उदघाटन
उदयपुर-अहमदाबार रेलवे लाइन पर बने पुल पर आरोपियों ने ब्लास्ट की घटना को अंजाम दिया था। इससे पटरियों पर क्रेक आ गया था। घटना के बाद मामले की जांच में जुटी टीम को मौके से बारूद भी मिला था। आरोपियों की साजिश ट्रेक को उड़ाने और रेलवे ट्रेक को बर्बाद करने की थी। धमाके से कुछ घंटे पहले ही यहां से ट्रेन गुजरी थी। 31 अक्टूबर को 2022 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस लाइन का लोकार्पण किया था।

जावर माइंस थाना क्षेत्र में ओड़ा रेलवे ब्रिज पर रेलवे एक्ट 1989 की धारा 150, 151, आईपीसी की धारा 285, 467, 468, 471, 420-बी, सार्वजनिक सम्पति नुकसान निवारण अधिनियम 1984 की धारा 3, विस्फोटक पदार्थ अधिनियम 1908 की धारा 3, 4, 5, 6 और भारतीय विस्फोटक अधिनियम 1984 की धारा 9-बी और क्रियाकलाप निवारण अधिनियम 1967 की धारा 6 व 18 के तहत इन सातों आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज है।