एत्मादपुर के खदौली थाने में शनिवार को समाधान दिवस का आयोजन किया गया। इस दौरान आईजी रेंज आगरा भी लोगों की समस्या सुनने पहुंचे थे। बारी-बारी से लोग अपनी समस्या बता रहे थे। तभी खंदौली के बॉस जोखि निवासी एक बुजुर्ग वहां पहुंचे और आईजी गुहार लगाते हुए बोले कि साहब मेरे बेटे को मरे दो साल हो गए। अब तो उसका पोस्टमार्टम करवा दो। जिसके बाद आईजी भी हक्के-बक्के रह गए और उन्होंने फरियादी से घटना की पूरी जानकारी ली।
बीमा की रकम के लिए पोस्टमार्टम है जरूरी
खंदौली के बॉस जोखि निवासी प्रभुदयाल ने बताया कि दो साल पहले उनके बेटे की मौत हो गई थी। मुख्यमंत्री किसान दुर्घटना बीमा के लिए मैंने आवेदन किया था। जो पोस्टमार्टम न होने के कारण निरस्त हो गया है। उन्होंने आईजी से गुहार लगाई कि अगर पोस्टमार्टम हो जाएगा तो मुझे किसान दुर्घटना बीमा के ₹500000 मिल जाएंगे। इस पर आईजी नचिकेता ने थानाध्यक्ष खंदौली को जांच के आदेश दिए हैं।
सांप के काटने से हुई थी मौत
प्रभुदयाल ने बताया कि उनका बेटा वीरेंद्र पीआरडी में नौकरी करता है। 21 जुलाई 2020 को वह खेत पर सो रहा था। जब सुबह वह अपने बेटे को जगाने के लिये खेत पर गए तो वह नहीं जगा। जब ठीक तरह से देखा तो उसके मुंह झाग निकल रहे थे और उसके हाथ मे सांप के काटने का निशान बने थे। आनन-फानन में वीरेंद्र को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कनोई लाया गया जहां डाक्टरों ने उसे गंभीर अवस्था में आगरा जिला अस्पताल रेफर कर दिया। आगरा जिला पर ले जाने पर डाक्टरों ने वीरेंद्र को मृत घोषित कर दिया।
पीएम की बात कहने पर थाने से भगा दिया गया
प्रभु दयाल का आरोप है कि घटना के दिन उन्होंने थाने में प्रार्थना पत्र दिया था। लेकिन, थाने से प्रार्थना लौटाकर मुझे वहां से भगा दिया गया। मेरी रिपोर्ट दर्ज नहीं की। इसके बाद उन्होंने बेटे के शव को दफना दिया।
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