आगरा में सहेली के पिता से परेशान होकर 7वीं में पढ़ने वाली छात्रा ने सुसाइड कर लिया है। नाबालिग का शव कमरे में छत की कुंडी से लटकता मिला है। छात्रा का अपनी सहेली के घर आना-जाना होता था। इस वजह से सहेली के पिता से भी पहचान हो गई। परिजनों के मुताबिक, सहेली का पिता उससे फोन पर चैटिंग करने व बातचीत करने का दबाव बनाने लगा।
इतना ही नहीं, रास्ते में भी लड़की को रोककर बदतमीजी करता था। बार बार फोन करने पर लड़की परेशान रहने लगी। रविवार को जब लड़की के परिजन खेत पर काम करने गए थे। उस समय आरोपी ने फोन कर धमकाया था। इसी बात से आहत होकर छात्रा ने फांसी लगा ली। मृतका के पिता के तहरीर पर पुलिस ने कल रात में ही आरोपी पर आत्महत्या के लिए उकसाने का मुकदमा दर्ज किया था। सोमवार सुबह पुलिस ने आरोपी को नादव पुल से गिरफ्तार कर लिया है।
12 साल पहले छात्रा को लिया गया था गोद
पूरा मामला खंदौली थाना क्षेत्र के उस्मानपुर का है। यहां के रहने वाले एक व्यक्ति ने अपनी रिश्तेदारी से 12 साल पहले एक दो साल की लड़की को गोद लिया था। तभी से वह बिटिया का लालन पालन कर रहा था। वह लड़की अब 14 साल की हो गई थी। वह गांव के ही स्कूल में कक्षा 7 की छात्रा थी। स्कूल में ही पास के गांव नगला अजिता की राघवेंद्र की पुत्री कृतिका भी उसी के साथ पढ़ती थी।
दोनों लड़कियों में बचपन से थी दोस्ती
पिता ने बताया, "उसकी बेटी और कृतिका में बचपन से ही गहरी दोस्ती थी। दोनों का एक-दूसरे के घर पर आना जाना होता था। हमारी कोई लड़की नहीं थी, इसलिए उसे गोद लिया था। हमेशा से वह हम सबकी लाडली थी, इसी वजह से उस पर कोई रोक-टोक कभी नहीं किया। कुछ दिनों से बेटी परेशान लग रही थी। ये बात मैंने अपनी पत्नी को बताई। पत्नी ने भी बेटी से टालमटोल कर बात जानने की कोशिश की तो पता चला कि किसी से फोन पर ज्यादा बात हो रही है। पिछले हफ्ते ही पत्नी ने बेटी को बैठकार पूछा।
तब बेटी ने बताया था कि राघवेंद्र उसे परेशान करता है। यह वही राघवेंद्र है, जो उसकी सहेली कृतिका का पिता है। बेटी ने बताया था कि राघवेंद्र पिछले एक महीने से पीछे पड़ा है। रास्ते में आते-जाते बदतमीजी करता है। हमेशा फोन कर बात करने के लिए बोलता है। मना करने पर जान से मारने की धमकी भी देता है। जब भी हम लोग घर से बाहर जाते, राघवेंद्र घर पर आकर बेटी को परेशान करता था।"
जबरन संबंध बनाने के भी आरोप लगाए
छात्रा ने राघवेंद्र पर जबरन संबंध बनाने के भी आरोप लगाए थे। इस बाबत घरवालों ने उसे राघवेंद्र से बात नहीं करने की सलाह दी थी। लेकिन राघवेंद्र को मना नहीं किया था। तहरीर के मुताबिक, रविवार को माता पिता गांव से बाहर खेतों पर पानी डालने के लिए गए थे। तभी शाम बेटे ने फोन कर पिता को छात्रा की खुदकुशी की जानकारी दी।
भाई से कहा कि दीदी ने आत्महत्या कर ली है। यह सुनते ही परिजनों में हड़कंप मच गया। परिजन आनन-फानन में घर पहुंचे। बेटी के शव को कमरे में बनी कुंडी से नीचे उतारा गया। इसी बीच पुलिस भी पहुंची। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। उधर, मृतका के पिता ने राघवेंद्र के खिलाफ आत्महत्या के लिये प्रेरित करने का मुकदमा दर्ज करवाया।
फोन पर बात करने के बाद गुस्से में लगाई फांसी
भाई ने बताया, "शाम को दीदी किसी से फोन पर बात कर रही थी। वह चीख रही थी, रो भी रही थी। बार-बार फोन नहीं करने की बात कह रही थी। करीब आधे घंटे तक वह आंगन में फोन पर बात करती रही। इसके बाद गुस्से में छत पर बने कमरे में गई और फांसी लगा लिया। मैं दीदी को बुलाने गया था, तब इस बात की जानकारी हुई।"
थानाध्यक्ष नीरज कुमार मिश्रा का कहना है कि मृतका के पिता की तहरीर के आधार पर केस दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपी भागने की फिराक में था, लेकिन उसे यमुना एक्सप्रेस वे के नादव पुल से उसे दबोचा गया है।
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