ताज नगरी आगरा की खेरागढ़ तहसील क्षेत्र में देवोत्थानी एकादशी पर हो रहा शादी समारोह सम्मेलन एक दूल्हे के लिए मुसीबत बन गया। सम्मेलन में शादी संपन्न होने के बाद दुल्हन ने विदाई कराने से इंकार कर दिया। जिसके बाद मामला पुलिस तक पहुंच गया और बारात बिना दुल्हन के वापस लौट गई।
मामला सैंया थाना क्षेत्र के खेरागढ़ मार्ग स्थित जोधापुरा ढाढकी के पास का है। जहां देव उठनी एकादशी पर सम्मेलन में विवाह संपन्न होने के बाद दुल्हन की गांव से विदाई होनी थी। दूल्हा बारात लेकर गांव पहुंच गया। मगर, वह दुल्हन के लिए सैंडल लेकर नहीं पहुंचा। इस बात पर दुल्हन नाराज हो गई और दूल्हे के साथ जाने से इनकार कर दिया। जिससे बरातियों में खलबली मच गई। बरातियों ने काफी देर तक समझाने का प्रयास भी किया। लेकिन, दुल्हन ने जाने से इंकार कर दिया।
दुल्हन अपनी बात पर अड़ी रही
राजस्थान के धौलपुर, मनियां निवासी दूल्हा कान्हा उर्फ केदार सिंह का विवाह जोधपुरा के पास लगे सम्मेलन से हुआ। जिसमें लड़की पक्ष खेरागढ़ क्षेत्र के गांव नगला सोन के हैं। शादी समारोह संपन्न होने के बाद लड़की की विदाई गांव से करने की बात कहकर विदाई की रस्म के लिए नगला सोन पहुंच गए। इस दौरान रात्रि में दुल्हन के लिये सैंडिल न लाने की बात पर मामला बिगड़ गया और दूल्हे पक्ष में आफत मच गई।
पुलिस भी नहीं सुलझा सकी विवाद
दूल्हा पक्ष के लोगों ने 112 पर फोन कर पुलिस को बुला लिया, लेकिन दुल्हन ने साथ जाने से साफ इनकार कर दिया। दुल्हन पक्ष का आरोप है कि बराती शराब पीकर दुल्हन के गांव पहुंचे थे, वहीं कुछ लोग दूल्हे को मिर्गी आने की बात भी कह रहे है। देर रात तक चले हंगामे के बाद आखिर बाराती वापिस लौट गए। लेकिन, सुबह तक दूल्हा और दुल्हन पक्ष में मामले में बातचीत चलने की बात कही जा रही है।दूल्हे पक्ष ने बताया कि उन्होंने सम्मेलन से विवाह के लिए 30 हजार रुपए की रकम भी जमा की जिसके एवज में गृहस्थी का सामान भी मिला।
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