आगरा में शनिवार को फर्जी इंटरनेशनल कॉल सेंटर का खुलासा हुआ है। पुलिस ने रेड कर संचालक समेत सात लोगों को अरेस्ट किया है। ये लोग आगरा में बैठकर अमेरिका के नागरिकों को कॉल कर ठगते थे। पुलिस का IT सेल काफी समय से मामले की जांच कर रहा था। इनको ZOIPER साफ्टवेयर के जरिए पकड़ा गया। ये लोग VoIP एप के जरिए कॉल करते थे। ताकि पुलिस जल्दी पकड़ न पाए।
सिकंदरा पुलिस को फर्जी कॉल सेंटर के बारे में मुखबिर से सूचना मिली थी। सेक्टर-C, शास्त्रीपुरम स्थित कॉल सेंटर पहुंची। वहां सेंटर का मुख्य संचालक और 6 युवक डेस्कटॉप और मोबाइल पर काम करते हुए मिले। युवक डेस्कटॉप के मॉनिटर स्क्रीन पर दिखाए गए इंटरनेशनल (US) मोबाइल नंबरों पर हेडफोन लगाकर ZOIPER साफ्टवेयर के माध्यम से VoIP पर कॉल कर रहे थे।
ये लोग अब तक करोड़ों रुपए की ठगी का कर चुके हैं। रोजाना करीब 1 लाख रुपए के हिसाब से हर महीने 30 लाख का फ्रॉड करते थे। यह फर्जीवाड़ा 2021 से चल रहा था। बिटकॉइन के माध्यम से 3-4 लोगों को डिटेल भेजकर अमेरिकी लोगों से पैसा लेते थे।
पुलिस की पूछताछ में युवकों ने बताया कि वे कॉल सेंटर संचालक अनुराग प्रताप के लिए काम करते हैं। कॉल सेंटर संचालक ने ही उन्हें इसकी ट्रेनिंग दी थी। वे विदेशी नागरिकों की निजी जानकारी एकत्र करते हैं।
विदेशी नागरिकों को अपने विश्वास में लेने के लिए खुद को उन्हीं देशों के नागरिकों के नाम बताते हैं। कॉल कर लोन दिलाने का झांसा देते हैं। लोन से जुड़ी निजी जानकारी हासिल करके उसे कॉल सेंटर संचालक दे देते हैं।
एक व्यक्ति की डिटेल पर मिलते थे 40 डॉलर
कॉल सेंटर संचालक अनुराग प्रताप से भी पुलिस ने पूछताछ की। उसने बताया कि उसके संपर्क में 2-3 विदेशी नागरिक हैं। ये लोग स्काइप आईडी के जरिए नंबर भेजते हैं। उन नंबरों पर यहां से विदेशी नागरिक बनकर लोन स्वीकृत कराने का झांसा देकर उनकी सोशल सिक्योरिटी और गुप्त सूचनाएं प्राप्त की जाती हैं।
इसके बाद यह सारी जानकारी लिंक्ड-इन APP के जरिए 2-3 विदेशी नागरिकों की आईडी पर भेज दी जाती है। इसके बदले प्रति व्यक्ति 30 से 40 डॉलर कमीशन गिफ्ट वाउचर के रूप में उसको भेजा जाता है। जो वॉट्सऐप ग्रुप MAX A CLAIM पर MEM PERSONAL नम्बर के माध्यम से मिल जाता है।
इस तरह करते हैं काम
गिरोह अमेरिका के लोगों की बैंक डिटेल हासिल करते थे। उनके खाते में कैश क्रेडिट करा देते थे। इसके बाद अमेरिकी एजेंसी को फोन करते की खाते में गलत ट्रांजैक्शन हो गया है। अमेरिकी बैंक खाताधारक का खाता फ्रीज कर देती थी। गिरोह खाता धारक को अपने जाल में फंसाते। उससे संपर्क कर के कहते कि ये कैश उन्होंने जमा कराया था। खाता धारक से रकम दूसरे खाते में जमा करा लेते थे। वह अमेरिका से ठगी की रकम को बिटक्वाइन में मंगाते थे।
कम्प्यूटर, लैपटॉप, हार्ड डिस्क बरामद
थाना सिकन्दरा पुलिस, सर्विलांस और स्वाट टीम ने कॉल सेंटर और आरोपियों के कब्जे से 6 कम्प्यूटर, 3 लैपटॉप, 6 हार्ड डिस्क, 6 मोबाइल, 3 हेडफोन आदि सामान बरामद किया है। इस मामले में थाना सिकन्दरा में केस दर्ज किया गया है।
इन 7 आरोपियों को किया गया गिरफ्तार
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