ताजनगरी आगरा में कोरोना कॉल के चलते स्थगित होने के बाद 2022 में एक बार फिर ताजमहोत्सव का आयोजन होने जा रहा है। कमिश्नर अमित गुप्ता के निर्देश के बाद अधिकारियों ने शिल्पग्राम और अन्य स्थानों का निरीक्षण करने के बाद तैयारियां शुरू कर दी हैं। फिलहाल तो हमेशा की तरह 18 से 27 फरवरी तक ही आयोजन प्रस्तावित है पर कोरोना और चुनाव को देखते हुए इसकी तिथि बदले जाने के आसार भी जताये जा रहे हैं। अधिकारियों ने अभी से महोत्सव को भव्य बनाने के प्रयास शुरू कर दिए हैं।
बता दें कि 1992 से हर वर्ष फरवरी माह की 18 से 27 तारीख तक ताजमहल के पूर्वी गेट रोड स्थित शिल्पग्राम में ताज महोत्सव का आयोजन किया जाता है। बीते 2020 में कोरोना के चलते आयोजन स्थगित हुआ था। इस बार कमिश्नर आगरा द्वारा बैठक के बाद आगरा के समस्त अधिकारियों ने महोत्सव की तैयारियां शुरू कर दी है। सोमवार को आगरा नगर निगम के नगर आयुक्त निखिल टीकाराम , एडीए उपाध्यक्ष राजेंद्र पैंसिया और पर्यटन विभाग के अधिकारियों द्वारा ताजमहोत्सव के आयोजन को लेकर शिल्पग्राम और अन्य स्थानों का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान यह तय किया गया की इस बार आगरा सेल्फी पॉइंट पर भी एक कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा और वहां टॉइलेट ब्लॉक में उच्च कोटि का बदलाव किया जाए। इसके साथ ही पूर्व की तरह मेहताब बाग ग्यारह सीढ़ी एडीए पार्क, पालीवाल पार्क, सूरसदन, आगरा कॉलेज, सदर बाजार के साथ एडीए जोनल पार्क में भी आयोजन किये जाने पर चर्चा हुई।
शिल्पग्राम का कायाकल्प और जोनल पार्क में होगा निर्माण
सभी विभागों के अधिकारियों के निरीक्षण में यह तय किया गया है की शिल्पग्राम की बिल्डिंग में आवश्यक मरम्मत के साथ मुक्ताकाशीय मंच पर लगे कोटा पत्थरों की ग्राइंडिंग, पार्किंग स्थल पर टाइल्स की इंटरलॉकिंग और शिल्पग्राम की पिछली दीवारों को ऊंचा कर उसपर कीलें लगाने और रंगाई पुताई का काम कराने की बात तय हुई है। परिसर में संस्थाओं की मदद से आकर्षक चित्रकारी भी की जाएगी। इसके साथ ही जोनल पार्क में झूलों की मरम्मत, रंगाई पुताई, टाइल्स की इंटरलॉकिंग और नए झूले व जिम के उपकरण लगवाने की बात की गई है।पार्क में सफाई कर्मचारियों को बढ़ाने, पेड़ पौधों पर आइडेंटिफिकेशन पट्टिका( हिंदी व बॉटनिकल नाम के साथ) और एक्यूप्रेशर पाथवे भी बनाया जाना तय किया गया है।
कोरोना और चुनाव बढ़वा सकता है तारीख
ताजमहोत्सव की तैयारियों के बीच कमिश्नर अमित गुप्ता ने बताया की चुनाव की तिथियों और कोरोना का इफेक्ट होने की संभावना को देखते हुए तिथियों में बदलाव किया जा सकता है पर आयोजन की तैयारियां अभी से की जा रही हैं।
बजट के ऊपर डिपेंड है मंच के आयोजन
बता दें की मुक्ताकाशीय मंच पर दस दिनों तक तमाम सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ फ़िल्म जगत की तमाम हस्तियों के द्वारा प्रस्तुती दी जाती है। इसके साथ ही नूरजहाँ मंच पर स्थानीय लोग प्रस्तुती देते हैं और सूरसदन में राष्ट्रीय स्तर का कवि सम्मेलन आयोजित होता है। कोरोना इफेक्ट के चलते स्पॉन्सर महोत्सव से दूरी बना रहे हैं, हालांकि प्रशासन अभी सभी बातों की व्यवस्था करने की बात कह रहा है।
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