आगरा के आसमान में आज लड़ाकू विमानों की गर्जना हो रही है। युद्ध अभ्यास करते हुए भारतीय वायु सेना का शौर्य का दम दिखा रहे हैं। इसको देखने के लिए खुद रक्षामंत्री राजनाथ सिंह आगरा पहुंचे। यहां उन्होंने प्रदर्शनी का अवलोकन किया।
इस दौरान उन्होंने कहा," यहां जब मैं एक प्लेटफार्म पर सबको एक्सरसाइज करते देख रहा हूं। मुझे अच्छा महसूस हो रहा है। अब आप सब नवनिर्माण की राह में आगे बढ़ रहे हैं। पिछले कुछ समय में भारत की ताकत लगातार बढ़ रही है।दुनिया में आपदा से निपटने में भारत गुरु बनेगा।"
सुखोई से लेकर प्रचंड लाइट कॉमबैट हेलीकॉप्टर हवा में दिखा रहे कलाबाजी
राजनाथ ने कहा-हर इंसान की जिम्मेदारी कि नाव के छेद को भरे
राजनाथ सिंह ने कहा,"अगर नाव में बड़ी संख्या में लोग सवार हैं और उसमें छेद हो जाता है तो किसी एक की जिम्मेदारी नहीं है कि वह बचाव कार्य करे। बल्कि, हर किसी की जिम्मेदारी है कि वह नाव के छेद को भरने का कार्य करे।
भारत हर तरीके की आपदा से निपटने में पूरी तरह से सक्षम है। आसियान देशों की भी हर तरीके से मदद कर रहा है। संयुक्त रूप से कार्य करने से आपदा से निपटने में आसानी रहती है। भारत में सुरक्षा लगातार बढ़ रही है क्योंकि वर्तमान परिवेश में किसी भी तरीके की दैवी आपदा से निपटने का पुख्ता प्लान होना जरूरी।"
कहा," सुनामी हो या फिर भूकंप या अन्य किसी तरीके की आपदा सभी देशों की हर तरीके से मदद करेगा। इसकी वजह यह है कि अगर समय रहते आपदा की जानकारी प्राप्त हो जाएगी तो बचाव कार्य शुरू किया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि साल में एक बार बाढ़ आती थी लेकिन, मौसम में तेजी से आ रहे बदलाव के चलते आपदाएं लगातार बढ़ रही हैं। भारत देश मेक इन इंडिया प्रोग्राम के तहत तेजी से तरक्की कर रहा है। आपदा का पता लगाने में पूरी तरह से सक्षम है।"
बता दें कि इंडोनेशिया, मलेशिया, फिलीपींस, थाईलैंड, म्यांमार, वियतनाम, ब्रुनेई, लाओस, कंबोडिया देशों के डेलीगेट्स भी मेगा शो देखने पहुंचे हैं। आकाश गंगा की टीम ने 1000 फीट से ऊपर ऊंचाई पर जाकर और पैराशूट की मदद से जंप की। आपदा के वक्त कैसे रेस्क्यू करना है, ये भी अभ्यास किया जा रहा है।
आगरा वायु सेना स्टेशन से सुखोई, चिनूक, चीता हेलीकॉप्टर, IL-76, AN-32 लड़ाकू विमान उड़ान भरी। इतना ही नहीं C-17 ग्लोबमास्टर, सर्विलांस हेलीकॉप्टर डॉनियर, प्रचंड लाइट कॉमबैट हेलीकॉप्टर और C1- 30 मालवाहक विमान भी हवा में कलाबाजी दिखा रहे थे।
आपदा राहत संयुक्त अभ्यास में दिख रहा शौर्य
दरअसल, भारतीय वायु सेना आगरा के वायु सेना स्टेशन पर वार्षिक संयुक्त मानवीय सभ्यता और आपदा राहत (एचएडीआर) अभ्यास कर रही है। इस अभ्यास में कई देशों के प्रतिनिधि आपदा प्रबंधन पर अपने अनुभव साझा करेंगे। इनमें इंडोनेशिया, मलेशिया, फिलीपींस, थाईलैंड, म्यांमार, वियतनाम, ब्रुनेई, लाओस, कंबोडिया देशों के प्रतिनिधि शामिल हैं।
डेढ़ घंटे के मेगा शो में युद्ध एक्सपर्ट भी शामिल
आगरा एयरफोर्स स्टेशन में 28 से 30 नवंबर तक समन्वय-2022 आयोजित किया जा रहा है। इसमें विभिन्न सशस्त्र बलों और विभिन्न एजेंसियां के अधिकारी व विशेषज्ञ शामिल हो रहे हैं। अभ्यास के दूसरे दिन मंगलवार को दैवीय आपदा से निपटने के तरीके पर भी चर्चा की जाएगी। ये आयोजन करीब डेढ़ घंटे चलेगा।
आपदा प्रबंधन पर होगा प्लान तैयार
एक ही छत के नीचे आपदा राहत का प्लान तैयार किया गया। इसमें भूकम्प, बाढ़ और भूस्खलन शामिल होगा। मानवीय सहायता और आपदा राहत (एचएडीआर) पर भी विचार विमर्श हुआ। इस दौरान उप्र राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के उपाध्यक्ष ले. जनरल रविंद्र साही सहित अन्य मौजूद रहे।
नागरिक प्रशासन, सशस्त्र बलों, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल और नागरिक सुरक्षा (एनडीआरएफ), राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन संस्थान (एनआइडीएम), रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ), सीमा सड़क संगठन (बीआरओ), भारत मौसम विज्ञान विभाग (आइएमडी), भारतीय राष्ट्रीय महासागर सूचना सेवा केंद्र (आइएनसीओआइएस) के विशेषज्ञ और अधिकारी शामिल हो रहे।
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