आगरा में सोमवार को नाले के निर्माण की मांग को लेकर एक बार फिर 2 लोगों के जिंदा ही समाधि लेने का मामला सामने आया है। यहां पर 55 दिनों से ग्रामीण आंदोलन कर रहे हैं, लेकिन सुनवाई न होने पर 85 साल की वृद्धा कीर्ति अम्मा और किसान प्रेम सिंह चाहर ने समाधि ले ली है। लगभग एक महीने पहले किसान नेता सावित्री चाहर ने भी इसी मुद्दे को लेकर जीवित समाधि ले ली थी।
जानकारी तहसीलदार और सीओ समेत फोर्स पहुंची। अफसरों के समझाने-बुझाने के बाद दोनों बाहर निकल आए हैं। दोनों 5 फीट का गड्ढा कर जमीन पर बैठ गए थे। फिर ऊपर से पटरा डाल लिया था। मामला मलपुरा थाना क्षेत्र के विकास नगर का है।
सामूहिक मुंडन भी करा चुके हैं
यहां पर ग्रामीण 4 सालों से नाला और खड़ंजा निर्माण की मांग कर रहे हैं। कई बार आश्वासन के बाद काम न होने पर उन्होंने 55 दिन पूर्व अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। 5 दिन लगातार सामूहिक मुंडन, विधायक हेम लता दिवाकर की प्रतीकात्मक शव यात्रा और तेरहवीं जैसे अलग-अलग प्रदर्शन कर चुके हैं। इसके बाद डीएम प्रभु नारायण सिंह ने उन्हें बुलाकर 10 दिन के अंदर काम शुरू होने की बात कही थी।
लोगों ने प्रदर्शन बंद कर दिया पर काम शुरू होने तक धरना स्थल पर ही रहने की बात तय की। 10 दिन बाद भी कुछ न होने पर किसान नेता सावित्री चाहर ने जीवित समाधि ले ली थी। फिर प्रशासन ने उन्हें समझा बुझा कर समाधि से निकाला और काम का आश्वासन दिया था। इसके बाद भी काम न होने पर 24 नवंबर को ग्रामीणों ने आगरा जगनेर रोड जाम कर दिया था। इसके बाद फिर आज सोमवार को दो ग्रामीणों ने समाधि ले ली।
तहसीलदार बोले- ग्रामीणों से बातचीत की है
तहसीलदार रजनीश बाजपेयी ने बताया कि ग्रामीणों के प्रदर्शन की सूचना पर उनसे बातचीत करने गए थे। उनकी मांग के बारे में डीएम प्रभुनारायण सिंह को अवगत कराया गया है। पीडब्ल्यू डी द्वारा सड़क निर्माण कराया जाएगा। अकोला ब्लाक प्रमुख राजू ने जनता को अपनी निधि से नाला निर्माण करने का आश्वासन दिया है। दोनों ग्रामीण स्वस्थ्य हैं।
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