मरी या नहीं, देखने नीचे आया था हत्यारा पति:आगरा में फैशन ब्लॉगर रितिका की हत्या में परिजनों को लिव-इन पार्टनर पर शक

आगराएक वर्ष पहले
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आगरा में फैशन ब्लॉगर को अपार्टमेंट के चौथे फ्लोर से फेंकने के बाद पति आकाश नीचे आया था। वह यह देखने आया था कि रितिका जिंदा है या नहीं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में रितिका की मौत नीचे गिरने पर हड्डी टूटने और चोट लगने से हुई है।

आगरा के ताजगंज थाना के ॐ श्री अपार्टमेंट के फ्लैट नम्बर 404 में ढाई माह पहले रितिका सिंह और उसका लिव इन पार्टनर विपुल अग्रवाल रहने आया था। स्थानीय दलाल की सेटिंग के चलते एग्रीमेंट पर फ्लैट किराए पर ले लिया था। शुक्रवार की सुबह फ्लैट की बालकनी से रितिका चौथे माले से गिरी थी और उसकी मौत हो गई थी।

रितिका की ह्त्या के आरोपी पति को पुलिस ने जेल भेज दिया है।
रितिका की ह्त्या के आरोपी पति को पुलिस ने जेल भेज दिया है।

मृतका के साथ लिव इन मे रहने वाले विपुल अग्रवाल के बयान और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पति आकाश गौतम समेत 5 लोगों द्वारा वारदात किये जाने की पुष्टि हुई थी। मौके से आकाश, कुषमा और काजल को गिरफ्तार किया गया था। जेल जाते समय आरोपी ने खुद हत्या न करने और मृतका के लिव इन पार्टनर विपुल के द्वारा हत्या की बात कही थी।

पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने बदली केस थ्योरी
पूरे घटनाक्रम में आरोपी पति और महिलाओं को जेल भेजा गया है। पुलिस द्वारा क्राइम सीन का रीक्रिएशन किया जा रहा है। SSP ने FSL टीम को भी साक्ष्य संकलन में इस्तेमाल किये जाने की बात कही है। मृतका के परिजनों का आरोप है की पुलिस सबूत होते हुए भी विपुल को बचा रही है।

मृतका की मां ने आरोपियों को सजा दिलाने की मांग की है।
मृतका की मां ने आरोपियों को सजा दिलाने की मांग की है।

अगवा करने का दर्ज हुआ था मुकदमा
मृतका की मां ने बताया कि मामा के घर टूंडला जाने के दौरान 9 साल पहले रितिका की मामा के पड़ोस में रहने वाले आकाश से दोस्ती हुई थी। इसके बाद आकाश लगातार गाजियाबाद में उनके घर आता था। 2013 में उसने बेटी को अगवा किया था और फिर बेटी बरामद हुई तो उसने आकाश के साथ रहने को कह दिया था। आकाश और रितिका तीन साल गाजियाबाद रहे और फिर आगरा आ गया।

परिजन लिव इन में रहने वाले विपुल अग्रवाल को भी साजिश में शामिल मान रहे हैं।
परिजन लिव इन में रहने वाले विपुल अग्रवाल को भी साजिश में शामिल मान रहे हैं।

मां का आरोप- विपुल बेटी से मिलने नहीं देता था
मृतका की मां मंजू का आरोप है कि बेटी काफी परेशान थी। एक साल से वो मुझसे मिलना चाहती थी पर विपुल आने नहीं देता था। गुरुवार को बेटी ने बात की थी और घर आकर कुत्ता लेने का बहाना बनाकर मिलने आने को कहा था। मृतका की मां ने बेटी के पति , भाई और नन्दोई के साथ लिव इन पॉर्टनर विपुल को भी दोषी बताया है और उनके लिए फांसी की सजा की मांग की है।

रितिका के परिजनों का आरोप है कि विपुल की पत्नी भी इस हत्याकांड में शामिल है। वो रितिका और विपुल को एक साथ पसंद नहीं करती थी।

फेसबुक से नहीं हुई थी दोस्ती
मृतका के परिजनों के अनुसार आगरा आने के बाद आकाश ने काम धंधा बन्द कर दिया और रितिका विपुल के स्कूल में नौकरी करने लगी। आकाश लगातार मारता- पीटता था, इस वजह से दोनों के रिश्तों में कडुवाहट आ गयी थी। इसका फायदा उठा विपुल ने भी रितिका को बहला लिया और उसके साथ अलग रहने लगा।

रितिका के इंस्ट्राग्राम पर 44 हजार से ज्यादा फालोवर थे।
रितिका के इंस्ट्राग्राम पर 44 हजार से ज्यादा फालोवर थे।

किराये पर आई थी लड़कियां
वारदात में शामिल काजल और कुषमा ने पुलिस को बताया है कि आकाश ने उन्हें पैसे और नौकरी का लालच दिया था। महिलाओं के साथ होने से फ्लैट में आसानी से एंट्री हो सकती थी।

गुडवर्क के चक्कर में अपराधियों को फायदा?
आगरा पुलिस ने रितिका हत्याकांड में पति आकाश उसके साथ पकड़ी गई दोनों महिलाओं को जेल भेज दिया है। पुलिस ने रितिका के पिता सुरेंद्र सिंह की तहरीर पर धारा 302 का मुकदमा लिखा है। मुकदमे में पुलिस ने आरोपी आकाश को मुखबिर की सूचना पर आई लव आगरा सेल्फी पॉइंट के पास से गिरफ्तार दिखाया है और उसकी निशानदेही पर हत्या में शामिल काजल पुत्री बाबू निवासी टूंडला चौक फिरोजाबाद और कुषमा पुत्री दिलसरां निवासी अमृतपुर फिरोजाबाद को टीडीआई मॉल के पास से गिरफ्तार किया गया है। शेष दो फरार लोगों की पहचान चेतन और अनवर के रूप में हुई है। आरोपी के पास से 1 मोबाइल और 1000 रुपये बरामद दिखाए गए हैं।

क्रिमिनल लायर्स के अनुसार मौके पर पकड़े गए आरोपियों को घटना के काफी समय बाद घटनास्थल से दूर पकड़े जाना दिखाने से मुकदमे की जिरह में आरोपियों को फायदा मिलेगा। जो सीसीटीवी फुटेज सामने आए हैं वो काफी दूर के हैं और कोर्ट में संदेह के आधार पर आरोपियों को फायदा मिल जाएगा।