आगरा यूनिवर्सिटी में छात्रों का हंगामा:सेमेस्टर परीक्षा में हजारों छात्रों के फेल होने पर एबीवीपी का प्रदर्शन, परीक्षा नियंत्रक कार्यालय घेरा

आगराएक वर्ष पहले
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बीए, बीएससी व बीकॉम प्रथम सेमेस्टर में बड़ी संख्या में छात्रों के फेल होने पर विश्वविद्यालय में धरना-प्रदर्शन चल रहा है। - Dainik Bhaskar
बीए, बीएससी व बीकॉम प्रथम सेमेस्टर में बड़ी संख्या में छात्रों के फेल होने पर विश्वविद्यालय में धरना-प्रदर्शन चल रहा है।

डा. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय के बाहर सोमवार सुबह से एबीवीपी से जुडे़ छात्र प्रदर्शन कर रहे हैं। छात्रों ने परीक्षा नियंत्रक कार्यालय घेर लिया है। छात्रों का आरोप है कि विश्वविद्यालय ने बीए और बीकॉम प्रथम सेमेस्टर के 50 फीसद से ज्यादा छात्रों को फेल कर दिया है।

ये फोटो आगरा विश्वविद्यालय की है। जहां पर एबीवीपी के पदाधिकारी और छात्र धरने पर बैठे हैं।
ये फोटो आगरा विश्वविद्यालय की है। जहां पर एबीवीपी के पदाधिकारी और छात्र धरने पर बैठे हैं।

मूल्यांकन में लापरवाही का आरोप
विवि ने शैक्षिक सत्र 2021-22 बीए, बीएससी और बीकॉम के नई शिक्षा नीतिक के तहत प्रथम सेमेस्टर की परीक्षा कराई थीं। 26 जून को इनका परिणाम घोषित कर दिया है। परिणाम में बड़ी संख्या में छात्र फेल हो गए हैं। छात्रों के फेल होने पर सोमवार सुबह 12 बजे एबीवीपी के पदाधिकारी और छात्र विश्वविद्यालय पहुंच गए। छात्रों ने हंगामा शुरू कर दिया। उनका कहना है कि विश्वविद्यालय द्वारा सही तरीके से मूल्यांकन नहीं कराया गया है।

आगरा, एटा, मैनपुरी, मथुरा, फिरोजाबाद के हजारों छात्र सेमेस्टर परीक्षा में फेल कर दिए गए हैं। उनका कहना है कि इतनी बड़ी संख्या में एक साथ छात्र कैसे फेल हो सकते हैं। सभी छात्र परीक्षा नियंत्रक कार्यालय के बाहर धरने पर बैठ गए हैं। छात्रों ने परीक्षा नियंत्रक अभय कृष्ण यादव से मुलाकात कर अपनी समस्या बताई है। छात्रों का कहना है कि जब तक दोबारा मूल्यांकन नहीं कराया जाएगा, आंदोलन जारी रहेगा।

रीएग्जाम में भी फेल हुए लॉ के छात्र
बीए, बीएससी के अलावा सोमवार को एटा के दो लॉ कॉलेज के छात्र भी विश्वविद्यालय पहुंचे हैं। छात्रों का कहना है कि करीब 250 छात्र मुख्य परीक्षा में अनुत्तीर्ण आए थे। सभी छात्रों ने रीएग्जाम दिया। मगर, अब रीएग्जाम में भी सभी छात्र फिर से फेल हो गए हैं। छात्रों का कहना है कि रीएग्जाम में पहले वाली मुख्य परीक्षा के अंक ही दे दिए गए हैं। छात्रों ने दोबारा मूल्यांकन की मांग की है।