आगरा में 50 हजार का इनामी बदमाश मुकेश कुमार रविवार देर रात पुलिस एनकाउंटर में मारा गया। मुकेश 16 फरवरी को केनरा बैंक में हुई 6.77 लाख रुपए की डकैती में शामिल था। तभी से वह फरार चल रहा था। एनकाउंटर की पूरी स्क्रिप्ट इस बार भी पुलिस चेकिंग से ही शुरू हुई है।
एनकाउंटर की पूरी कहानी, IG की जुबानी
IG नवीन अरोरा का दावा है कि मुकेश ठाकुर को देर रात पुलिस ने चेकिंग के दौरान गिरफ्तार कर लिया था। इसके बाद SOG, सर्विलांस और क्राइम ब्रांच की टीम उससे रायफल बरामदगी को साथ ले जा रही थी। तभी सदर क्षेत्र में BSNL ग्राउंड के पास बदमाश ने एक पुलिसकर्मी की पिस्टल छीनकर पुलिस पर फायरिंग कर दी।
फायरिंग करने के बाद वह भागने लगा। पुलिस टीम ने घेराबंदी करके उस पर जवाबी फायरिंग की। इसमें उसे गोली लग गई। उसे घायल अवस्था में एसएन मेडिकल कॉलेज के इमरजेंसी ले जाया गया। जहां डॉक्टर्स ने उसे मृत घोषित कर दिया। मुठभेड़ के दौरान एक सब इंस्पेक्टर और एक सिपाही भी चोटिल हो गए। उन्हें भी उपचार के लिए अस्पताल ले जाया गया। प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया।
एनकाउंटर के ये अनसुलझे सवाल
केनरा बैंक में डाली थी डकैती
कुख्यात मुकेश ठाकुर ने 16 फरवरी को इरादत नगर में केनरा बैंक में दिनदहाड़े फायरिंग कर 6.77 लाख रुपए की डकैती डाली थी। उसके गैंग के कुछ बदमाशों को पुलिस ने गिरफ्तार कर घटना का खुलासा कर दिया था। राजस्थान पुलिस ने भी गैंग के कुछ सदस्यों को पकड़ा था। मगर, मुकेश ठाकुर पुलिस की पकड़ में नहीं आ सका था। पुलिस ने बदमाश पर 50 हजार का इनाम घोषित किया था।
डेढ़ महीने में 5 बदमाश हुए ढेर
आगरा पुलिस ने पिछले डेढ़ माह में पांच बदमाशों को मुठभेड़ में मार गिराया है, जबकि आधा दर्जन से ज्यादा ने सरेंडर कर दिया। 17 जुलाई को मणप्पुरम गोल्ड कंपनी में डकैती डालने वाले दो बदमाश मनीष पांडेय और निर्दोष का पुलिस ने एनकाउंटर कर दिया था। इसके बाद आगरा के वरिष्ठ चिकित्सक उमाकांत गुप्ता के अपहरण का मास्टरमाइंड एक लाख के इनामी बदमाश बदन सिंह व उसके साथी को मुठभेड़ में ढेर कर दिया था। इसके अलावा गोल्ड डकैती में शामिल बदमाश सतोंष और अविनाश मिश्रा पुलिस मुठभेड़ में घायल हुए थे। इसके पैर में गोली लगी थी। अब पुलिस ने 50 हजार के इनामी मुकेश ठाकुर का एनकाउंटर किया है। वहीं, डॉक्टर अपहरण में शामिल भोला, तरुण ने सरेंडर कर दिया था।
2019 में पैरोल पर आया था बाहर, 42 मुकदमे थे दर्ज
मुकेश ठाकुर कुख्यात बदमाश था। इसके ऊपर यूपी और राजस्थान में हत्या, लूट, अपहरण सहित 42 मुकदमे दर्ज थे। इसको आजीवन कारावास की सजा भी हो चुकी थी। सबसे पहले इसने दो हत्याएं की थी। यह एक बार पहले भी पुलिस की पकड़ से छूट कर फरार हो चुका है। 19 सितंबर 2019 को मुकेश ठाकुर पैरोल पर जेल से बाहर आया था। मगर, पैरोल की अवधि समाप्त होने के बाद जेल वापस नहीं लौटा था। इस संबंध में जलले प्रशासन ने भरतपुर के सेवर थाने में मामला दर्ज कराया था। आइजी नवीन कुमार ने बताया कि मुकेश ठाकुर बड़ी घटना करने के लिए सुपारी ले चुका था। वो घटना को अंजाम देने के लिए आगरा आ रहा था। इसके साथ पकडे़ गए साथी जितेंद्र का अभी कोई आपराधिक इतिहास नहीं मिला है। मुकेश ठाकुर पूर्व में लूटी गई दो रायफल को बरामद करवाने ले जा रहा था। इसी दौरान उसने भागने का प्रयास किया था।
पत्नी बोली, समझाया था सरेंडर कर दो
बदमाश मुकेश ठाकुर के एनकाउंटर के जानकारी पर धौलपुर से उसकी पत्नी काजल अपनी 10 माह की बेटी के साथ आगरा पहुंची। पत्नी का रो-रो कर बुरा हाल था। काजल ने बताया कि वर्ष 2010 में मुकेश से उसने लव मैरिज की थी। शादी के बाद वो मुकेश को समझाती थी कि वो अपराध की दुनिया को छोड़ दे और पुलिस के सामने सरेंडर कर दे। मगर, मुकेश ने उसकी एक बात नहीं सुनी।
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