आगरा कॉलेज के छात्र छात्राएं विश्वविद्यालय में मार्कशीट से संबंधित समस्या बताने के लिए पहुंचे। उनका आरोप है कि विश्वविद्यालय प्रशासन ने उन्हें गेट से बाहर कर दिया और गेट बंद कर दिया। काफी देर तक छात्र-छात्राएं जमीन पर बैठकर विरोध प्रदर्शन करने लगे।
कुछ समय बाद विश्वविद्यालय के चीफ प्रॉक्टर विद्यार्थियों से मिलने आए। लेकिन उन्होंने विद्यार्थियों को विश्वविद्यालय के अंदर बिना आई कार्ड के प्रवेश नहीं करने दिया और पहचानने से इंकार कर दिया। इसके बाद विद्यार्थियों ने भी चीफ प्रॉक्टर को पहचानने से इंकार कर दिया। विरोध बढ़ता देख विश्वविद्यालय की कुलपति भी मौके पर पहुंच गईं और उन्होंने छात्र-छात्राओं की समस्या सुनकर जल्द ही दूर कराने का आश्वासन दिया।
ये समस्या लेकर पहुंचे थे छात्र
डॉक्टर भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय पर आगरा कॉलेज के तमाम छात्र छात्राएं अपनी समस्या बताने पहुंचे लेकिन उन्हें गेट के अंदर प्रवेश ही नहीं करने दिया गया। दरअसल छात्र-छात्राएं अपनी मार्कशीट में आने वाले एम डब्लू, सी डब्लू और नाम में गलती की समस्या को लेकर विश्वविद्यालय पहुंचे थे।
प्रॉक्टर ने रोका तो छात्र ने भी पहचानने से किया इंकार
छात्र छात्राओं का आरोप है कि जब विश्वविद्यालय के गेट पर पहुंचे तो उन्हें अंदर प्रवेश नहीं करने दिया गया। जिसके बाद वह लोग वहीं पर बैठ गए। कुछ देर बाद विश्वविद्यालय के चीफ प्रॉक्टर मनु प्रताप मौके पर पहुंचे लेकिन उन्होंने भी विद्यार्थियों का विश्वविद्यालय में आई कार्ड ना होने का कारण बताकर प्रवेश करने नहीं दिया।
जबकि छात्र-छात्राओं ने कहा कि वह आगरा कॉलेज की ड्रेस पहने हुए हैं तो फिर आई कार्ड की क्या आवश्यकता है। लेकिन चीफ प्रॉक्टर अपनी जिद पर अड़े रहे। इसके बाद छात्र-छात्राओं ने चीफ प्रॉक्टर को पहचानने से इंकार कर दिया कि हम भी आपको नहीं जानते आप का आई कार्ड कहां है। ऐसे में चीफ डॉक्टर झुंझलाकर और गुस्से में वहां से निकल गए।
कुलपति ने मौके पर जाकर सुनी समस्या
काफी देर तक जब छात्राओं की समस्या सुनने कोई नहीं आया तो वे केएममाई के गेट नंबर 3 पर पहुंचे और धरना देने लगे। कुछ समय बाद विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफ़ेसर आंसू रानी मौके पर पहुंचीं और उन्होंने छात्र-छात्राओं की समस्या सुनी। सभी ने बताया कि हमारा परिणाम आए काफी समय हो गया लेकिन हमारी मार्कशीट में एमडब्ल्यू, पीएमडब्ल्यू, आरडी जैसी तमाम समस्याएं आ रही हैं। ऐसे में विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर आशू रानी ने कहा कि एजेंसी का चयन होते ही आपकी समस्या को दूर कर दिया जाएगा।
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