अलीगढ़ में होने वाली धर्म संसद का जिले में विरोध शुरू हो गया है। अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के निवर्तमान छात्रसंघ अध्यक्ष सलमान इम्तियाज ने हरिद्वार में हुई धर्म संसद और अलीगढ़ में होने वाली इस धर्म संसद का विरोध करते हुए प्रशासन से इसे रोकने की मांग की है। उन्होंने कहा कि यह धर्म संसद नहीं बल्कि आतंक संसद है। क्योंकि यह किसी खास धर्म का सहारा लेकर उसको बदनाम करने का काम करता है। इसलिए वह इसका विरोध करेंगे और जिलाधिकारी के माध्यम से राष्ट्रपति और राज्यपाल को ज्ञापन भेजकर इसे रोकने की मांग करेंगे।
आयोजकों के ऊपर रासुका लगाने की मांग
उन्होंने कहा कि अलीगढ में 22 व 23 जनवरी को अलीगढ़ में जो धर्म संसद होने जा रही है, इसके विरोध में वह 6 जनवरी को 12 बजे डीएम को ज्ञापन सौंपेंगे। क्योंकि वह इसे धर्म संसद बिलकुल नहीं मानते हैं। इस कार्यक्रम के माध्यम से आतंक फैलाने का काम किया जा रहा है, नाकि किसी धर्म को फैलाने का। इस लिहाज़ से वह इसका पूरी तरह से बहिष्कार करते हैं। उन्होंने मांग करी कि ऐसे कार्यक्रम को आयोजित करने वालों की पहचान की जाए और जो लोग इनकी मदद कर रहे हैं उन्हें भी पहचाना जाए। इसके ऊपर रासुका देश द्रोह का मुक़दमा चलना चाहिए। उन्होंने कहा कि CAA व NRC के वक़्त जिस तरह से कार्रवाई करते हुए मुदकमें दर्ज हुए थे, वैसे ही आतंकी संसद करने और कराने वालों पर भी मुकदमें होने चाहिए।
सीएम व पीएम की शह पर घूम रहे खुले आम
सलमान ने कहा कि वह अपना ज्ञापन सीएम और पीएम को नहीं देंगे। क्योंकि उन्हीं की वज से यह लोग खुले सांड की तरह घूम रहे हैं और बिना किसी परमिशन के कार्यक्रम का आयोजन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पीएम और सीएम की वजह से ही आज सरकारों के ऊपर से लोगों का विश्वास कम हो रहा है। क्योंकि आतंक फैलाने वाले इन लोगों को खुला छोड़ दिया जाता है और यह किसी को भी मारने काटने की बात करते हैं। अगर कोई अल्पसंख्यक ऐसा काम करता है या पोस्ट भी करता है तो 24 घंटे के भीतर उस पर कार्रवाई करके गिरफ्तारी होती है, लेकिन इनके ऊपर नहीं।
हर धर्म के लोगों को लेकर चलाएंगे न्याय संसद
सलमान ने कहा कि वह इस कार्यक्रम का विरोध करेंगे और इसे नहीं होने देंगे। अगर इस कार्यक्रम को न रोका गया तो इसके विरोध में वह बिल्कुल समानांतर तरीके से अलीगढ़ में न्याय संसद का आयोजन किया जएगा। जिसमें सभी धर्म के लोगों को शामिल किया जाएगा। अलीगढ़ के साथ जहां भी यह धर्म संसद होगी वहां पर वह सभी धर्म के लोगों को साथ लेकर न्याय संसद का आयोजन करेंगे। क्योंकि इस समय न्याय की जरूरत है। चाहे वह सामाजिक न्याय हो, आर्थिक न्याय हो या जहनी न्याय हो, आज इसकी सभी को जरूरत है। उन्होंने बताया कि आतंकी संसद के विरोध में समाज के हर धर्म, हर वर्ग का व्यक्ति हमारे साथ है |
रामलीला मैदान में 22 व 23 को होनी है धर्म संसद
सनातन हिंदू सेवा संस्थान के तत्वावधान में 22 व 23 जनवरी को अलीगढ़ के अचलताल स्थित रामलीला मैदान में धर्म संसद का आयोजन किया जाएगा। इसमें साधु संत विभिन्न चर्चाएं करेंगे और इसकी चर्चा का विषय ‘वर्तमान राजनीति में संतों की भूमिका’ होगा। मुख्य वक्ता के तौर पर लोकसभा सदस्य साध्वी प्रज्ञा ठाकुर, महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी और महामंडलेश्वर अन्नपूर्णा भारती शामिल होंगी। इसके साथ में 200 से अधिक साधु संत इसमें शामिल होंगे।
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