सीमेंट कारोबारी के हत्यारों के घर पुलिस ने लगाए नोटिस:एटा के व्यापारी संदीप गुप्ता की अलीगढ़ में 27 दिसंबर को गोली मारकर कर की गई थी हत्या

अलीगढ़एक वर्ष पहले
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एटा के सीमेंट कारोबारी संदीप गुप्ता की 27 दिसंबर को अलीगढ़ के रामघाट रोड पर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने हत्या के आरोपियों के घर पर एनबीडब्ल्यू तामील कराए हैं। - Dainik Bhaskar
एटा के सीमेंट कारोबारी संदीप गुप्ता की 27 दिसंबर को अलीगढ़ के रामघाट रोड पर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने हत्या के आरोपियों के घर पर एनबीडब्ल्यू तामील कराए हैं।

एटा के सीमेंट कारोबारी की हत्या के मामले में पुलिस ने फरार आरोपियों के घर पर नॉन बेलेबल वारंट तामील कराए हैं और इसके नोटिस उनके घर के बाहर चस्पा कर दिए हैं। फरार चल रहे चारों आरोपियों पर ईनाम घोषित करने के साथ ही पुलिस लगातार आरोपियों के खिलाफ कमर तोड़ कार्रवाई करने में जुटी है।

एटा के अलीगंज निवासी सीमेंट कारोबारी संदीप गुप्ता की अलीगढ़ के रामघाट रोड पर 27 दिसंबर को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। जिसके बाद पुलिस ने थाना सिविल लाइंस में हत्या का मुकदमा दर्ज करने के साथ अपनी जांच शुरू की थी और पाया था कि एक ट्रांसपोर्टर अंकुश अग्रवाल ने अपनी पारिवारिक व व्यापारिक रंजिश के चलते शार्प शूटर की सहायता से इस घटना को अंजाम दिया था। जिसके बाद मुख्य साजिशकर्ताओं में अंकुश अग्रवाल के साथ दुष्यंत, उत्कर्ष और साहिल का नाम भी सामने आया था। जिसके बाद पुलिस लगातार उनकी तलाश कर रही है।

भागने के लिए ली थी दोस्तों की मदद

आरोपी ट्रांसपोर्टर अंकुश अग्रवाल ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर हत्या की पूरी प्लानिंग की थी। जिसके बाद अंकुश व दुष्यंत ने अलग दिशा में भागे थे और उत्कर्ष व साहिल अलग दिशा में फरार हो गये थे। उत्कर्ष ने भागने के लिए अपने एक दोस्त अनुराग उर्फ पार्थ उर्फ कारतूस का सहारा लिया था। पुलिस ने पार्थ को तीन दिन पहले ही गिरफ्तार कर लिया था और जेल भेज दिया था। अनुराग ने बताया था कि उसने जट्टारी, टप्पल के रास्ते उत्कर्ष को नोएडा छोड़ दिया था। वहां से उत्कर्ष नए स्थान के लिए फरार हो गया था। वहीं अनुराग अपने दोस्तों संग रात में ही गोवा चला गया था। पुलिस ने अंकुश-दुष्यंत, साहिल व उत्कर्ष के खिलाफ गैर जमानती वारंट एक दिन पहले जारी कराये कराये थे। पुलिस ने शुक्रवार को चारों आरोपियों के घर एनबीडब्लू तामील कराये।

ट्रांसपोर्टर के कार्यालय पर एडीए ने लगाया नोटिस

पुलिस के साथ ही अलीगढ़ विकास प्राधिकरण ने हत्या के आरोपी ट्रांसपोर्टर अंकुश अग्रवाल के पिता राजीव अग्रवाल के जीटी रोड सारसौल स्थित कार्यालय पर नोटिस चस्पा कर दिया है। एडीएम ने उत्तर प्रदेश नगर योजना और विकास अधिनियम-1973 के अंतर्गत 100 वर्ग गज के निर्माण का भौतिक सत्यापन कराते हुए यह पाया कि इस भूखंड पर आरके ट्रेडर्स नाम से कार्यालय बनाया गया है, जिसे बनाने में वैधानिक प्रक्रिया पूरी नहीं की गई और न ही एडीएम से नक्शा पास कराया गया है। जिसके बाद यह कार्रवाई की गई है।

तीनों शूटर अभी भी पहुंच के बाहर

सीमेंट कारोबारी की हत्या करने वाले तीन शूटरों का पुलिस अभी तक पता नहीं लगा पाई है। इनकी तलाश में पुलिस ने गोवा, शिमला समेत कई जिलों में टीमें भी भेजी थी, लेकिन अभी तक सारी टीमें खाली हाथ ही हैं। हालांकि पुलिस दावा कर रही है कि व्यापारी की हत्या करने वाले तीनों शार्प शूटर्स को जल्दी ही पकड़ लिया जाएगा। इसके साथ ही पुलिस की अलीगढ़ के साथ ही आसपास के राज्यों में लगातार पुलिस की टीमें दबिश दे रही हैं। जिससे कि आरोपियों को गिरफ्तार किया जा सके।

फरार आरोपियों पर घोषित है ईनाम

व्यापारी की हत्या की साजिश रचने वाले ट्रांसपोर्टर अंकुश अग्रवाल, उसका साथ देने वाले गैराज मालिक दुष्यंत चौधरी, साहिल और उत्कर्ष की तलाश पुलिस लगातार कर रही है। इन सभी के ऊपर अलीगढ़ पुलिस ने 25-25 हजार रुपए का ईनाम भी घोषित किया है।

छह आरोपियों का पुलिस कर चुकी है गिरफ्तार

कारोबारी की हत्या के आरोप और इसकी साजिश रचने के मामले में अलीगढ़ पुलिस ट्रांसपोर्टर अंकुश के पिता राजीव अग्रवाल समेत छह लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। इसमें राजीव अग्रवाल के साथ अभिषेक कुमार, अजय उर्फ अज्जू, अनुराग पाठक, मनीष शर्मा और अनुराग कारतूस उर्फ पार्थ शामिल हैं। जबकि साहिल पुत्र प्रमोद, अंकुश अग्रवाल पुत्र राजीव अग्रवाल, दुष्यंत पुत्र जितेंद्र, उत्कर्ष पुत्र अनिल चौधरी और तीनों शूटर्स की तलाश जारी है।

सीओ थर्ड श्वेताभ पांडेय ने बताया कि आरोपियों के घर पर नॉन बेलेबल वारंट तामील कराए गए हैं और अलीगढ़ विकास प्राधिकरण की ओर से हत्याकांड के आरोपी ट्रांसपोर्टर की जमीर पर नोटिस चस्पा किए गए हैं। उन्होंने बताया कि आरोपियों की तलाश जारी है, जल्दी ही वह पुलिस की गिरफ्त में होंगे।

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