दक्षिण भारत के विभिन्न जिलों में जाने के लिए आने वाले समय में अलीगढ़ से भी सीधी ट्रेने मिलेंगी। इसके लिए स्टेशन में तीन किलोमीटर की रेलवे लाइन बिछाई जाएगी और साउथ की ट्रेनें यहां से शुरू की जाएंगी।
यह जानकारी उत्तर मध्य रेलवे के ZRUCC के सदस्य शिव शंकर सिंह ने सोमवार को दी। वह रेलवे स्टेशन के औचक निरीक्षण पर थे और विभिन्न व्यवस्थाओं का जायजा ले रहे थे। इस दौरान उन्होंने बताया कि जिले के लोगों को आने वाले दिनों में परेशान नहीं होना पड़ेगा।
अलीगढ़ से अभी नहीं चलती हैं सीधी ट्रेनें
दक्षिण भारत में जाने के लिए अभी अलीगढ़ से सीधी ट्रेनें नहीं हैं। अगर यहां से कोई यात्री साउथ में जाना चाहता है तो उसे दिल्ली या अन्य शहर जाकर कनेक्टिंग ट्रेन से यात्रा करनी पड़ती है। इससे यात्रियों का समय भी खराब होता है और उन्हें परेशानी भी उठानी पड़ती है।
शिव शंकर ने बताया कि इन समस्याओं के निस्तारण के लिए बीते दिनों प्रयागराज स्थित मुख्यालय में अधिकारियों की बैठक हुई है। इस बैठक में कई प्रस्ताव पास किए गए हैं, जिसका लाभ आने वाले समय में अलीगढ़ के निवासियों को मिलेगा।
राजधानी और वंदेभारत का भी बनेगा स्टॉपेज
ZRUCC के सदस्य शिव शंकर सिंह ने बताया कि 24 जून को प्रयागराज में बैठक हुई। इसमें प्रमुख रूप से अलीगढ़ में ट्रेनों के ठहराव की मांगे की गई। इसमें राजधानी एक्सप्रेस और वंदेभारत ट्रेन का स्टॉपेज देने पर चर्चा की गई।
ऐसा इसलिए क्योंकि अलीगढ़ से बड़े संख्या में यात्री देश के विभिन्न शहरों के लिए यात्रा करते हैं। लेकिन राजधानी और वंदेभारत ट्रेन का स्टॉपेज न होने के कारण उन्हें यह ट्रेन दिल्ली से पकड़नी पड़ती है। अगर यह ट्रेनें अलीगढ़ रुकने लगेंगी तो आम यात्रियों को काफी सुविधा हो जाएगी।
स्टेशन में जांची विभिन्न व्यवस्थाएं
ZRUCC सदस्य ने सबसे पहले स्टेशन की विभिन्न व्यवस्थाएं जांची। उन्होंने प्लेटफार्म की साफ सफाई से लेकर पटरियों तक की जांच की। इसके साथ प्लेटफार्म पर पीने का पानी, शौचालय जैसी अन्य व्यवस्थाएं भी जांची।
उन्होंने बताया कि पिछले कुछ दिनों से उन्हें लगातार शिकायतें मिल रही थी कि स्टेशन में आमजनों को परेशानी हो रही है। जिसके चलते वह सोमवार को औचक निरीक्षण करके व्यवस्थाएं जांचने पहुंचे थे। लेकिन निरीक्षण के दौरान उन्हें ज्यादातर व्यवस्थाएं दुरुस्त नजर आई।
Copyright © 2022-23 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.