अलीगढ़ में सिलेंडर चोरी के आरोप में जेल में बंद बंदी ने सोमवार सुबह फांसी लगा ली। बंदी के आत्महत्या करने की सूचना मिलते ही जेल में हड़कंप मच गया और अधिकारी मौके पर पहुंच गए। आरोपी पिछले कई महीनों से जेल में बंद था और उसके ऊपर सिलेंडर चोरी का अरोप था। घटना की जानकारी मिलने पर फारेंसिक टीम भी मौके पर पहुंच गई और साक्ष्य जुटाने शुरू कर दिए। जेल अधिकारियों ने इसकी जानकारी तत्काल उच्च अधिकारियों को दी। जिसके बाद शव का पंचनामा करने के बाद उसे पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
खैर का रहने वाला है मृतक बंदी
अलीगढ़ के खैर निवासी 52 वर्षीय ओमवीर सितंबर माह में सिलेंडर चोरी के आरोप में जेल भेजा गया था। इसके बाद से उसकी जमानत नहीं हो सकी थी और वह जेल में हीं बंद था। सोमवार को उसने अलीगढ़ जेल के अंदर बुजुर्ग बैरक के पास पेड़ से लटक कर फांसी लगा ली। बुजुर्ग के पास गमछा था, जिसको उसने आत्महत्या करने के लिए इस्तेमाल किया। सुबह जब जेल के अन्य कैदियों ने कैदी को पेड़ से लटकते देखा तो इसकी सूचना बंदी रक्षकों को दी। बंदी के आत्महत्या करने से जेल प्रशासन में खलबली मच गई। अधिकारियों ने तत्काल मौके पर पहुंचकर मौका मुआयना किया।
परिजन आत्महत्या को मान रहे संदिग्ध
बंदी के फांसी लगाने की सूचना मिलने के बाद कैदी के परिजन भी जेल पहुंच गए और उन्होंने आत्महत्या को संदिग्ध मानते हुए हत्या का अरोप लगाया। उनका कहना था कि ओमवीर किसी भी स्थिति में फांसी नहीं लगा सकते थे। इसलिए मामले की जांच की जानी चाहिए। जिससे कि मृतक के मौत का सही कारण और वजह स्पष्ट हो सके। इससे पहले भी जेल में कैदी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो चुकी है। लगभग दो महीने पहले भी जेल में सजा काट रहे एक कैदी की मौत हो गई थी। उस समय उसकी मौत का कारण बीमारी बताई जा रही थी। हालांकि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है, जिससे मौत का सही कारण स्पष्ट हो सके।
अन्य कैदियों से की जा रही है पूछताछ
जेल अधीक्षक विपिन मिश्रा ने बताया कि बंदी के आत्महत्या करने की वजह स्पष्ट नहीं हो सकी है। मानसिक तनाव में आने के कारण कैदी इस तरह के कदम उठा लेते हैं। उन्होंने बताया कि मृतक के साथ बैरक में बंद अन्य कैदियों से भी पूछताछ की जा रही है। लेकिन अभी तक वजह स्पष्ट नहीं हो सकी है।
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