अम्बेडकरनगर जिले के आखिरी छोर पर स्थित कम्हरिया घाट में घाघरा नदी पर बने पुल से आवागमन शुरू हो चुका है। इस पुल से लोगों को काफी सुविधा मिल रही है। वहीं चिंता की बात यह है कि पुल के 10 किमी तक दोनों ओर कोई थाना या पुलिस चौकी नहीं है। ऐसे में लूट और छिनैती की घटनाएं बढ़ने की आशंका जताई जा रही है। हालांकि एडीशनल एसपी के अनुसार चौकी स्थापित करने प्रयास किए जा रहे हैं।
पुल निर्माण पूरा होने के बाद सीमावर्ती जनपद गोरखपुर और संतकबीर नगर में सक्रिय अपराधी पुलिस के लिए सिरदर्द बन सकते हैं। दोनों जिलों का मांझा क्षेत्र अपराधियों का गढ़ रहा है। ऐसे में स्थानीय लोगों को सुरक्षा की चिंता सता रही है। उन्होंने थाना या पुलिस चौकी जल्द खोले जाने की मांग की है।
आपराधिक घटनाओं को रोकना पुलिस के लिए चुनौती
पुल बनने के पहले भी अपराध होते रहे हैं। अब पुल के रास्ते अपराधी आसानी से अपराध कर भाग सकते हैं। कम्हरिया घाट में घाघरा नदी पर नवनिर्मित पुल के दोनों तरफ सुरक्षा व्यवस्था के लिए थाने 10-10 किमी की दूरी पर स्थित हैं। पुल के दोनों छोर पर कोई पुलिस चौकी भी नहीं है। राजेसुल्तानपुर थाना कम्हरिया घाट से गढ़वल सिंघलपट्टी होते हुए 10 किमी से अधिक है। पदुमपुर होते हुए जाने पर यह दूरी लगभग 13 किमी हो जाती है।
दोनों जिलों के थाने हैं दूर
कम्हरिया घाट से जहांगीरगंज थाना भी 10 किमी की दूरी पर है। पुल के दूसरे छोर पर गोरखपुर जनपद में स्थित थाना बेलघाट भी कम्हरिया घाट से लगभग 10 किमी की दूरी पर है। दोनों जनपदों में तीनों थाने 10 किमी से अधिक की दूरी पर होना छिनैती लूट आदि आपराधिक घटनाओं को बढ़ावा दे सकती है।
एडीशनल एसपी संजय राय ने बताया कि 24 घंटे पुलिस पिकेट की तैनाती की गई है। इसके अलावा पुलिस चौकी भी स्थापित करने की दिशा में प्रयास जारी है।
Copyright © 2022-23 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.