एक तरफ जहां 15 सूत्री मांगों को लेकर कार्य बहिष्कार कर विद्युतकर्मी पिछले कई दिनों से धरने पर है तो वहीं आज महिला किसानों ने भी विद्युतकर्मियों के खिलाफ उसी स्थान पर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। विद्युत कर्मियों और महिला किसानों के आमने सामने होते ही माहौल गर्म हो गया जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने किसी तरह मामले को संभाला।
दरअसल ये पूरा मामला अधीक्षण अभियंता विद्युत के आफ़िस परिसर का जहां विद्युतकर्मी पिछले पांच दिनों से 15 सूत्री मांगों को लेकर धरने पर बैठकर प्रदर्शन कर रहे है। विद्युतकर्मियों के प्रदर्शन से जिले के कई इलाकों में बिजली कट गई लेकिन उसे बनाने वाला कोई नही है। पिछले तीन दिनों से बाजार शुकुल इलाके में बिजली नही है जिससे पूरा इलाका अंधकार में डूब गया है। बिजली न आने से नाराज किसान नेत्री रीता सिंह की अगुवाई में आज दर्जनों महिलाएं हाथों में लाठी डंडे लेकर अधीक्षण अभियंता आफिस पहुंच गई। इस जगह विद्युतकर्मी प्रदर्शन कर रहे थे।
उसी जगह पर बैठकर प्रदर्शन और विद्युतकर्मियों के खिलाफ नारे शुरू कर दिया।बड़ी संख्या में महिला किसानों और विदुकार्मियो के आमने सामने होने की सूचना मिलते गौरीगंज पुलिस मौके पर पहुँची और काफी नोकझोंक के बाद किसी तरफ स्थिति को नियंत्रित किया। हंगामे के बाद विद्युतकर्मियों ने अपना स्थान बदलकर परिसर में दूसरे जगह बैठकर विरोध प्रदर्शन करने लगे।
कई इलाकों की बिजली हुई थी बाधित
वही महिला किसान नेत्री रीता सिंह ने कहा कि कल से कई इलाकों में लाइट गायब है। हम लोगों ने डीएम से लेकर सभी अधिकारियों से बात की लेकिन कही से कोई राहत नहीं मिली। जब विद्युत विभाग के अधिकारियों से बात किया गया तो उन्होंने कहा कि हमारे यह स्ट्राइक चल रही है। हम लोगों को यहां धरना प्रदर्शन के लिए भी मना किया गया लेकिन जब लाइट नही रहेगी तो जनता क्या करेगी। प्रदर्शन के बाद अधिकारियों ने लाइन को चालू करवा दिया है लेकिन अब अगर ऐसा हुआ तो हम लोग बड़ी संख्या में आएंगे और इनको दौड़ा दौड़ा कर मरेंगे।
वहीं विद्युत विभाग में सहायक के पद पर तैनात सुरेश कुमार ने कहा कि हम लोगो ने प्रदर्शन कि जानकारी पहले ही प्रवंधन को दे दी थी लेकिन वो लोग सहयोग नही कर रहे है। जब तक हमारी मांगों को पूरा नही किया जाएगा तब तक हम लोग धरना प्रदर्शन करते रहेंगे।
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