उत्तर प्रदेश के अमेठी में बीते रोज युवती ने परिवार के पांच सदस्यों के खिलाफ सामूहिक दुष्कर्म का आरोप लगाते हुए पुलिस से शिकायत किया था। आज युवती ने बयान को बदलते हुए कहा कि उसके साथ दुष्कर्म नहीं बल्कि मारपीट, मोबाइल व पैसो के छीना गया था। पुलिस के अनुसार युवती ने परिवार के लोगों को फंसाने के लिए षडयंत्र रचा था।
थानाध्यक्ष बोले महिला को मिलेगा न्याय
दरअसल पूरा मामला परिवार से जुड़ा हैै। सभी लोग मंगता जाति से हैं। परिवार में नशे के दौरान मारपीट व पैसों के लेन-देन की बात हुई जिसमें परिवार के चचेरे भाई ने महिला के ऊपर हमला बोल दिया और महिला के नाक से खून भी बहने लगा। बस इसी बात को लेकर महिला का पारा गरम हो गया और परिवार के लोगों को फसाने के लिए सामूहिक दुष्कर्म का नाटक रचा गया। जो असत्य है। महिला ने बताया कि हमने गुस्से में इनके खिलाफ सामूहिक दुष्कर्म का बयान दिया था। महिला ने अपनी गलती मानते हुए पुलिस के सामने मारपीट व पैसों के लेन-देन की बात कही है। मामले को संज्ञान लेते हुए थानाध्यक्ष मिथिलेश कुमार सिंह ने आवश्यक जांच करते हुए महिला को न्याय दिलाने की बात कही है।
कल लगाया था यह आरोप
बता दें कि रामगंज थाना अंतर्गत एक गांव की युवती ने बीते रोज युवती परिवार के पांच सदस्यों पर आरोप लगाया था कि सब ने मिलकर बारी-बारी से उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। युवती ने कहा कि परिवार के चचेरे भाई व उनके रिश्तेदार जबरन घर में घुस आए और मुंह में कपड़ा ठूंस दिए उसके बाद हमारे सारे कपड़े को फाड़ डाला और जबरन सामूहिक दुष्कर्म किया। इतना ही नहीं दुष्कर्म करने के बाद शिकायत करने पर जान से मारने की धमकी भी दी गई। युवती ने आगे बताया कि अगर मेरी मौसी न पहुंची होती तो वह सब मुझे मार डाले होते। आरोप लगाया गया था कि हमारे साथ सामूहिक दुष्कर्म किया गया वीडियो वायरल होने के बाद शासन प्रशासन सकते में आ गया तत्काल इस मामले की जांच का आदेश आ गया जांच में पाया गया कि महिला के साथ मारपीट व पैसों का लेन-देन था जिसमे महिला द्वारा दुष्कर्म का झूठा आरोप लगाया गया।
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