रामलला के दर्शन मार्ग की हनुमान की विशालकाय मूर्ति को 29 साल बाद भव्य मंदिर मिलने जा रहा हैl 1992 में विवादित ढांचा टूटने के बाद लाखों कार सेवकों की भीड़ ने इस विशालकाय मूर्ति को सुरक्षा कारणों से वहां से हटा दिया जो अब दशरथ गद्दी में लेटे हुए हनुमान के नाम से पूजित हैlअब रामलला के हनुमान 101 फीट ऊंचे मन्दिर विराजमान में होंगेl
मूर्ति को हटा कर कार सेवकों ने दशरथ गद्दी (चौबुर्जी मन्दिर) में रख दिया
धर्म ध्वजाधारी परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष और दशरथ गद्दी के महंत बृज मोहन दास के अनुसार कारसेवा के समय रामलला के प्रवेश द्वार से हनुमान जी की मूर्ति को हटा कर कार सेवकों ने दशरथ गद्दी (चौबुर्जी मन्दिर) में रख दिया।उस समय सहमति बनी कि रामजन्म भूमि मन्दिर जब बनकर तैयार होगा उस समय हनुमान जी की प्रतिमा विधि विधान के साथ स्थापित की जाएगीl
यह मंदिर दो साल में बनकर तैयार होगा
इसके बाद से श्री हनुमान की यह विशालकाय मूर्ति रामजन्मभूमि से 200 मीटर दूर दशरथ गद्दी में पूजित हैl आज भी रामलला के दर्शनार्थी हजारों की संख्या में रोज यहां पहुंचते हैंl अब जक रामलला के भव्य मंदिर बन रहा है तो उनके भक्त हनुमान के लिए भी भव्य मंदिर बनाने की तैयारियां आरंभ कर दी गई हैंl अनुमान है कि यह मंदिर दो साल में बनकर तैयार होगाl
मकर संक्रांति के बाद होगा हनुमान मंदिर का भूमि पूजन
महंत बृज मोहन दास ने बताया कि रामलला के दर्शन मार्ग पर राममंदिर से 200 मीटर पहले हनुमान मंदिर के लिए लगभग 30 बिस्वा जमीन मौजूद हैl मंदिर के मानचित्र के लिए नामचीन वास्तुविदों से बात हो चुकी हैl मकर संक्रांति के बाद हनुमान मंदिर का भूमि पूजन होगा जिसके बाद ही और जानकारियां सार्वजनिक की जाएंगीl
मूर्ति का दर्शन भक्तों को सभी मनारेथों को पूरा करने वाला
बताते चले कि दशरथ गद्दी की हनुमान की मूर्मि अयोध्या में अपनी तरह का अपनी तरह की अकेली विशालकाय मूर्ति है जिसकी ऊंचाई 20 फिट और चौड़ाई सात फिट हैl महंत बृज मोहन दास के अनुसार हनुमान जी की इस मूर्ति का दर्शन भक्तों को सभी मनारेथों को पूरा करने वाला हैl मंदिर में 29 साल से मूर्ति का पूजन-अर्चन व अभिषेक होता चला आ रहा हैl
Copyright © 2022-23 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.