सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने रामचरितमानस के प्रतिबंध लगाए जाने के स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान का समर्थन नहीं करता हूं। चर्चा में आने के लिए स्वामी प्रसाद मौर्य ने यह बयान दिया है। जब वे बसपा में थे, चार बार मंत्री बने, तब उनको वो चौपाई याद नहीं आई, जब बसपा की सरकार जाने लगी, तब रामम शरणम गच्छामि, तब राम की शरण में चले गए, उस ग्रंथ पर उन्होंने माला भी चढ़ाया, माला चढ़ाकर बेटी को सांसद बना लिया, खुद मंत्री बन गए। ओमप्रकाश राजभर मंगलवार को अयोध्या में कर्पूरी ठाकुर की जयंती के कार्यक्रम में शरीक होने के लिए राजभर पहुंचे थे।
अयोध्या में राजभर ने कहा कि 5 साल तक स्वामी प्रसाद मौर्य को यह बात याद नहीं आई, जब उनको लगा सरकार बदलने वाली है, फिर करवट बदल लिया, सपा में गए, सरकार नहीं बनी तब उन्होंने सोचा चर्चा में कैसे बने रहे, चर्चा में आने के लिए स्वामी प्रसाद मौर्य ने यह बयान दिया है।
अखिलेश यादव पर ओमप्रकाश राजभर ने साधा निशाना
अखिलेश के चुनाव प्रचार पर बोलते हुए ओमप्रकाश राजभर ने कहा अखिलेश यादव ने केवल पत्नी डिंपल यादव के चुनाव का प्रचार किया है। अखिलेश चुनाव प्रचार के लिए आजमगढ़ भी नहीं गए न ही आगरा में और न ही गोला उपचुनाव में प्रचार के लिए गए। बस केवल मैनपुरी में ही चुनाव प्रचार कर रहे थे। मैनपुरी व इटावा तो उनका घर ही है, महाराजगंज, कुशीनगर, बलिया, चंदौली, झांसी, बांदा, चित्रकूट, हमीरपुर, उरई, जालौन, सहारनपुर, बागपत, शामली अखिलेश यादव चुनाव प्रचार के लिए क्या नहीं जाते हैं। समाजवादी पार्टी कई बार सत्ता में रही, अब लोगों का सपा समाजवादी पार्टी, बसपा और कांग्रेस से मोहभंग हो गया है। क्योंकि ये लोग जनता से दूर होते जा रहे है। जनता के नजदीक भाजपा चली गई, यही कारण है भाजपा चुनाव जीत रही है और सरकार बन रही है। जो जनता के बीच में रहता है उसकी सरकार बनती रहेगी।
नेता दो मुंहे सांप होते हैं
नेताओं के दिए गए बयान पर राजभर ने कहा कि नेता होते हैं दो मुंहे सांप, हम भी उसमें शामिल हैं, जब नेताओं के बयान को मीडिया चलाती है, तब नेता कहते हैं कि मीडिया ने तोड़ मरोड़ कर बयान चलाया है। बयान देने के बाद नेता को कहना चाहिए हां हमने बयान दिया है।
Copyright © 2023-24 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.