अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का काम तेजी से चल रहा है। गुरुवार को श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि राम मंदिर का निर्माण पहले से चल रहे टाइमलाइन के अनुसार हो रहा है और इस साल के आखिर तक हम प्राण प्रतिष्ठा कर सकते हैं। रामलला की प्रतिमा आसमानी और ग्रे कलर के पत्थरों से तैयार होगी, जो देखने में काफी खूबसूरत होगी।
यह मूर्ति 5 साल के बालक के स्वरूप पर बनाई जाएगी। जिसकी ऊंचाई साढ़े आठ फीट होगी। मूर्ति के प्रारूप के तौर पर 9 इंच से 12 इंच तक के मॉडल बनाए जाएंगे। राय ने बताया राम भक्तों को अपने आराध्य के दर्शन लगभग 30 से 35 फीट की दूरी से होंगे। प्रतिमा इतनी बड़ी होगी कि श्रद्धालु भगवान की आंख और भगवान के चरण अपनी आंखों से देख सकेंगें।
इससे पहले त्रिपुरा में भाजपा की जन विश्वास यात्रा की सभा में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण की तारीख का ऐलान किया है। उन्होंने कहा, "1 जनवरी 2024 तक मंदिर तैयार हो जाएगा। उन्होंने त्रिपुरा के लोगों से टिकट बुक कराने के लिए भी कहा।"
रिटेनिंग वॉल का कार्य चल रहा है
चंपत राय ने बताया कि इससे पहले हमारी बैठक सितंबर में हुई थी। अब यह जनवरी में हो रही है और अगली बैठक फिर 3 महीने बाद अयोध्या में होगी। सबको यह बताया गया है कि निर्माण कार्य की प्रगति संतोषजनक है और दिसंबर 2023 में प्राण प्रतिष्ठा कर सकें, इसके लिए परकोटे के निर्माण के लिए नींव बनाने के लिए खुदाई शुरू हो गई है। रिटेनिंग वॉल का कार्य चल रहा है।
ट्रस्ट पदाधिकारियों-शिल्पकारों की मौजूदगी में लिया फैसला
चंपत राय ने बताया, यह फैसला श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की बैठक में पदाधिकारियों और शिल्पकारों की मौजूदगी में लिया गया। तय किया गया कि मूर्तिकला के विशेषज्ञ भगवान रामलला की मूर्ति का निर्माण करेंगे। निर्माण के पहले भगवान रामलला की खड़ी मुद्रा वाली बाल स्वरूप की प्रतिमा का स्कैच और मॉडल बनाया जाएगा। इसके लिए इसके लिए आसमानी रंग के पत्थर महाराष्ट्र और उड़ीसा के लोगों ने अपने पास होने की जानकारी दी है। हम उसे देखने जाएंगे।
उन्होंने कहा कि मंदिर के विशाल परिसर में छोटे बिजलीघर और परकोटे में 6 मंदिरों की स्थापना की स्वीकृति आज हो गई है। परकोटे के बाहर राम के जीवन पर आधारित 100 प्रसंग उकेरे जाएंगे। अगली बैठक में प्राण प्रतिष्ठा की व्यवस्था और स्वरूप पर चर्चा होगी। यह कब होगा इस पर मंथन हुआ। 14 जनवरी के बाद कौन सा मुहूर्त सबसे पहले आता है उसे देखा जाएगा।
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