अयोध्या के पंजाब नेशनल बैंक (PNB) की असिस्टेंट मैनेजर श्रद्धा गुप्ता के सुसाइड केस में IPS आशीष तिवारी समेत तीन लोगों पर कोतवाली में केस दर्ज कर लिया गया है। पुलिस ने सभी को आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोपी बनाया है। श्रद्धा ने अपने सुसाइड नोट में लिखा था कि उसकी विवेक गुप्ता नाम के एक शख्स के साथ शादी तय हुई थी, लेकिन बाद में खुद उसने शादी से इनकार कर दिया था। श्रद्धा ने IPS आशीष तिवारी और एक अन्य पुलिस अधिकारी अनिल रावत को भी अपनी मौत का जिम्मेदार बताया था।
आशीष तिवारी वर्तमान में एसएसएफ (स्पेशल सिक्योरिटी फोर्स) के इंचार्ज हैं। वे पहले अयोध्या में तैनात रहे हैं। वर्तमान में उनकी तैनाती लखनऊ में है। वहीं, अनिल रावत की तैनाती अयोध्या में ही है।श्रद्धा के पिता का आरोप है कि विवेक अपने दोस्त आशीष और अनिल रावत की मदद से बेटी को फोन कराकर परेशान करा रहा था। इस बारे में IPS आशीष से संपर्क का प्रयास किया गया तो उनका फोन स्विच ऑफ था।
अखिलेश ने न्यायिक जांच की मांग उठाई
बेटी ने कहा था- मैं उससे शादी नहीं करूंगी
पिता ने कहा कि मेरी बेटी की शादी 2020 में विवेक गुप्ता पुत्र उमाशंकर गुप्ता निवासी उतरौला से तय हुई थी। बेटी और दामाद की फोन पर बातचीत होती थी। लेकिन, कोरोना की वजह से शादी नहीं हो पाई थी। इस बीच मेरी बेटी ने बताया कि विवेक की आदत ठीक नहीं है। मैं उससे शादी नहीं करुंगी। इसके बाद शादी तोड़ दी गई। इसके बाद विवेक कई तरह से उसे परेशान करने लगा। इस बारे में श्रद्धा ने कई बार मुझे बताया।
श्रद्धा ने अपनी डायरी के 60 पन्नों में पूरा वाकया लिखा है कि विवेक का चाल-चलन कैसा था? उसकी हरकतों की जानकारी मिलने के बाद ही उसने उससे दूरी बनाई। श्रद्धा ने लिखा है कि विवेक से जब उसने दूरी बनाई तो वह ब्लैकमेलिंग पर उतारू हो गया।
धमकी देता था कि मेरी पहुंच पुलिस के बड़े अधिकारियों तक है
पिता ने बताया कि कई बार विवेक को समझाने का प्रयास किया। मगर, वो हर बार यही कहता था कि मेरी पहुंच पुलिस के बड़े अधिकारियों तक है। अगर मुझे परेशान करोगे तो बहुत बुरा होगा। मेरी बेटी हर हफ्ते लखनऊ में मिलने आती थी। पिछले 15 दिन से वो काफी परेशान थी। श्रद्धा ने अपनी मां को बताया था कि विवेक परेशान कर रहा है। इतना ही नहीं वो बड़े-बड़े पुलिस अफसरों से फोन करा कर मानसिक तौर पर टॉर्चर करा रहा है। इसके बाद हम लोगों ने उसे समझाकर भेज दिया था।
जानिए कौन हैं IPS आशीष?
मकान मालिक ने खिड़की से लटका देखा था शव
शनिवार को फंदे पर लटका मिला था शव
श्रद्धा ने अयोध्या के ख्वासपुरा के पीएनबी की शाखा में बतौर क्लर्क साल 2015 में ज्वाइन किया था। प्रमोशन के बाद श्रद्धा को बछड़ा सुल्तानपुर के पीएनबी बैंक में असिस्टेंट मैनेजर के पद पर भेजा गया। उसने बैंक के सामने विष्णु एंड कंपनी बिल्डिंग में कमरा किराए पर ले रखा था। श्रद्धा यहां अकेली रहती थीं। शनिवार की सुबह दूध वाले ने श्रद्धा के कमरे का दरवाजा खटखटाया। अंदर से कोई आवाज नहीं आने पर उसने मकान मालिक को खबर दी। मकान मालिक ने खिड़की से अंदर झांका तो श्रद्धा के शव को दुपट्टे के फंदे पर लटकता हुआ देखा।
Copyright © 2022-23 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.