आजमगढ़ जिले के मातबरगंज मोहल्ले में लालडिग्गी मार्ग पर समाज कल्याण विभाग द्वारा कई दशकों से संचालित छात्रावास को आज खाली करा दिया गया। जिले के कोर्ट ने खाली कराने के निर्देश दिए थे, जिस क्रम में यह कार्रवाई की गई। इस दौरान छात्रावास में रहने वाले छात्रों ने विरोध प्रदर्शन किया लेकिन पुलिस व पीएसी के जवानों की मुस्तैदी के कारण मामला दब गया।
किराए के मकान में चल रहा था छात्रावास
जिला समाज कल्याण विभाग द्वारा पिछले कई सालों से मातबरगंज में किराए के मकान में दलित वर्ग के छात्रों के लिए राजकीय अंबेडकर छात्रावास का संचालन किया जा रहा था। समाज कल्याण विभाग द्वारा नगर के नरौली पुल के समीप पुरुष छात्रावास तथा पुराने जेल के सामने दलित महिला छात्रावास का भवन तैयार कर उसमें बच्चों को शिफ्ट कर दिया गया लेकिन मातबरगंज में स्थित छात्रावास को खाली नहीं कराया जा सका। इसके बाद मकान मालिक ने अपना मकान खाली करने के लिए समाज कल्याण विभाग से पत्राचार किया लेकिन बात नहीं बनी।
मजबूरी में लेनी पड़ी न्यायालय की शरण
मजबूर होकर मकान मालिक ने न्यायालय की शरण ली। न्यायालय में हुई सुनवाई के बाद वर्ष 1998 में अदालत ने मकान मालिक के पक्ष में फैसला सुनाया कारण कि समाज कल्याण विभाग ने इस मामले में अपने हाथ खड़े करते हुए पल्ला झाड़ लिया था। इसके बाद तो लगभग ढाई दशक तक इस कच्चे मकान में छात्रावास का संचालन किया जा रहा था। वर्ष 2023 में न्यायालय मकान मालिक पक्ष मकान खाली कराने के लिए एक बार फिर न्यायालय में गुहार लगाई।
अदालत ने इस मामले की सुनवाई करते हुए पुलिस बल की मौजूदगी में छात्रावास खाली कराने का आदेश दिया। जिसके अनुपालन में मंगलवार को शहर कोतवाली के साथ ही अन्य थानों की पुलिस तथा एक कंपनी पीएसी के जवानों की मौजूदगी में दलित छात्रावास को खाली कराया गया। इस दौरान छात्रावास में रहने वाले छात्रों ने विरोध प्रदर्शन किया लेकिन पुलिस की भारी मौजूदगी से उनकी हिम्मत जवाब दे गई और दोपहर तक छात्रावास को खाली करा दिया गया।
Copyright © 2022-23 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.